नई दिल्ली। सोमवार को नई दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई। इस बैठक में कमेटी सदस्यों ने ना केवल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान सौंपे जाने की वकालत की है, बल्कि यह भी कहा इन्हें जिम्मेदारी देने का यही सबसे सही समय है। देश में अराजकता का माहौल है। लोकतंत्र खतरे में है। ऐसी तानाशाही सरकार के खिलाफ लडऩे के लिए राहुल गांधी को आगे लाना होगा। बैठक में ए.के. एंटनी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने के लिए राहुल गांधी के लिए उपयुक्त समय है। बैठक में शामिल अन्य सदस्यों ने भी सहमति जताई। यह भी सामने आया है कि बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि जो भी पार्टी और कमेटी फैसला करेगी, वो उसे करने को तैयार हैं। एंटनी ने कहा कि यही वक्त है जब कांग्रेस को अपनी पूरी ताकत के साथ मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ लडऩा चाहिए। मौजूदा राजनीतिक हालातों पर चर्चा के लिए बुलाई इस बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार सत्ता के नशे में चूर हो गई है। तबीयत खराब होने के चलते कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया। बैठक में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमले करते हुए कहा कि मोदी राज में राष्ट्रीय सुरक्षा की आड़ में सवाल पूछने के लिए धमकाया जा रहा है। टीवी चैनलों को सजा देते हुए बंद करवाया जा रहा है। देश के सबसे बुरे और काले दौर से गुजर रहा है लोकतंत्र। देश में अभिव्यक्ति का अधिकार छीना जा रहा है। इन सभी का संसद के शीतकालीन सत्र में विरोध करेंगे। इस राज में दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ गया है। सरकार ने जम्मू कश्मीर और पाकिस्तान के मुद्दे पर सभी हदें पार कर दी है। देश को जाति व धर्म के आधार पर बांटा जा रहा है। बैठक में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा की गई। खासकर उत्तरप्रदेश, पंजाब,उत्तराखण्ड को लेकर, जहां पार्टी को राज की सर्वाधिक संभावनाएं नजर आ रही है। इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह, ए.के. एंटनी, अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह, मलिका अर्जुन खडग़े, अंबिका सोनी, बीके हरिप्रसाद और ग़ुलाम नबी आज़ाद समेत 21 सदस्यों ने हिस्सा लिया।