जयपुर। शहर के गोपालपुरा इलाके में बुजुर्ग दम्पत्ति से लाखों की लूट के बाद लुटेरों की उनकी पोती को अगवा करके बड़ी फिरौती वसूलने की योजना थी, लेकिन दादी की हिम्मत को देख लुटेरे बच्ची को नहीं ले जा सके। पुलिस की गिरफ्त में आए लुटेरों ने पूछताछ के बाद यह खुलासा किया है। लुटेरे फिरौती के लिए नौ महीने की पोती को भी अगवा करना चाहते थे। पुलिस ने मुख्य सरगना विकास को दिल्ली में धर लिया है। दूसरे लुटेरे पहले ही धरे जा चुके हैं। नौकरानी परवीन उर्फ प्रिया ने साथी बदमाशों से मिलकर बैंक अधिकारी व उनकी पत्नी को लूटने की योजना बनाई थी। इसके लिए वह उनके घर नौकरी लगी और वारदात की रात घर का दरवाजा खुला रखकर लूट की घटना को अंजाम देने में मदद की थी। लुटेरों को जब ज्यादा रकम नहीं मिली थी तो उन्होंने नौ महीने की पोती को अगवा करने की योजना बनाई, ताकि फिरौती की बड़ी रकम ली जा सके लेकिन मामला बिगड़ने और पुलिस के पीछे लगने पर वे डर गए।
साथ ही दादी ने भी बच्ची को जाने नहीं दिया। विकास के खिलाफ चोरी, अपहरण, लूट और एनडीपीएस एक्ट के नौ मामले दर्ज हैं। आमिर खान उर्फ समीर खान के खिलाफ लूट,अपहरण और चोरी के आठ मामले दर्ज हैं। वहीं नदीम के खिलाफ चोरी, बलात्कार,आर्म्स एक्ट के पांच मामले दर्ज हैं। इनके खिलाफ यह मामले गुरुग्राम, गाजियाबाद और नोएडा में दर्ज हैं। आमिर ने तो लूटी गई कार की फर्जी आरसी और फर्जी लाइसेंस भी तैयार करवा लिया था। पुलिस जांच में जयपुर सर्वेंट सेंटर के संचालक फहीम भाई (29) की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। एजेंसी पर इनके पुलिस सत्यापन की जिम्मेदारी थी, लेकिन एजेंसी ने फर्जी आईडी के जरिए ही इन्हें बतौर घरेलू नौकर रखा था। पुलिस इस पूरे मामले में प्लेसमेंट एजेंसी के खिलाफ भी कार्रवाई करने जा रही है। प्लेसमेंट एजेंसी पर शहर में फर्जी आईडी बनाकर कई लोगों को घरेलू नौकर रखने की बात सामने आई है।