जयपुर। उद्योग व राजकीय उपक्रम मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने बताया, भामाशाह रोजगार सृजन योजना और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में हाल ही समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2017-18 में 12 हजार 329 युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए हैंं। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराकर उन्हें एंटरप्रोन्योर बनाया जा रहा है।
शेखावत ने बताया कि युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार की भामाशाह रोजगार सृृजन योजना में हाल ही समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 10 हजार 738 युवाओं को रोजगार के लिए बैंकों के माध्यम से अनुदानित ऋण उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने बताया किभामाशाह योजना में बेरोजगार युवाओं को बैंकों के माध्यम से वितरित ऋणों पर ब्याज अनुदान 4 प्रतिशत से बढ़ाकर 8 प्रतिशत किया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना में राज्य सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए व्यापार व सेवा क्षेत्र में अधिकतम 10 लाख रुपये व विनिर्माण क्षेत्र में 25 लाख रुपए तक का ऋण बैंकों के माध्यम से दिया जा रहा है। शेखावत ने बताया कि भामाशाह रोजगार योजना दिसंबर 2015 में लागू की गई थी।
इस योजना में लगभग सवा दो साल में ही मार्च, 18 तक 26 हजार 416 युवाओं को अनुदानित ब्याजदर पर ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। उद्योग व राजकीय उपक्रम मंत्री शेखावत ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में उद्योग विभाग को जिला उद्योग केन्द्रों के माध्यम से 49 करोड़ 09 लाख रुपये की मार्जिन मनी अनुदान उपलब्ध कराने के लक्ष्य दिए गए थे जिसके विरुद्ध 1 हजार 591 युवाओं को 49 करोड़ 49 लाख रुपए का मार्जिन मनी अनुदान उपलब्ध कराकर लक्ष्याें के विरुद्ध 101 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की गई है। उन्होंने बताया कि पीएमईजीपी योजना में जिला उद्योग केन्द्रों के साथ ही राजस्थान खादी बोर्ड और केन्द्र सरकार के खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने बताया कि पीएमईजीपी में जिला उधोग केन्द्रों के माध्यम से 31 करोड़ 65 लाख रुपए की मार्जिन मनी अनुदान उपलब्ध कराकर लक्ष्यों के विरुद्ध 161 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है।उन्होंने बताया कि पीएमईजीपी योजना में समग्र रुप से 49 करोड़ 49 लाख रुपए मार्जिन मनी अनुदान उपलब्ध कराए गए हैं।