जयपुर। प्रदेश के अलवर जिले स्थित गोविंदगढ़ थाना इलाके में मृत पशुओं की 350 खालें बरामद की है। जिनमें 221 खाले तो गोवंश की है। पुलिस ने यह खाले गोवंश की हत्या के आरोपी शकील कसाई की निशानदेही पर सलीम नामक व्यक्ति के यहां से बरामद की है। जो गोविंदगढ़ में शकील व उसके परिवार की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार हो गया है। सलीम खालों के कारोबार से जुड़ा है, जिसके पास लाइसेंस होने की बात सामने आ रही है।
पुलिस सलीम की तलाश में जुटी है। इधर पुलिस पूछताछ के दौरान शकील ने अब तक 4 गोकशी की वारदात करना स्वीकारा है। जिस गोवंश का मांस उसके यहां से बरामद किया गया। उस गोवंश की हत्या भी उसने गोविंदगढ़ से 6 किलोमीटर एक सूनसान जंगल में ले जाकर की। यहां गोवंश की हत्या करने के बाद मांस को घर ले आया। जबकि खाल सलीम को बेच दी। इधर शकील की मां अकबरी, पत्नी सजीना व छोटे भाई की पत्नी भूरी उसे थैलियों में पैक करने में लगी थी। जहां पुलिस ने छापा मारकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तीनों को न्यायालय में पेश किया। जहां से न्यायालय ने उन्हें जेल भेज दिया। जबकि शकील को रिमांड पर ले लिया। पुलिस आरोपी शकील से पूछताछ करने के साथ ही गोकशी की वारदातों के बारे में जानकारी जुटा रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मूलसिंह राणा ने बताया कि गोकशी के मामले में शकील ने वारदात को अंजाम देना स्वीकारा है। उसके यहां से मांस बरामद होने के साथ ही सलीम को खाल बेचने की बात स्वीकारी। जिसकी निशानदेही पर गोवंश की खालें बरामद हुई है। पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है।
उधर पुलिस की एक टीम शकील के फरार साथी सत्तार की तलाश में जुटी है। गोकशी की वारदात में सत्तार के भी साथ होने की बात सामने आ रही है। सत्तार की तलाश को लेकर पुलिस की एक टीम हरियाणा के नूह समेत आस-पास के जिलोें में डेरा डाले हुए हैं। जहां उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैें। सत्तार की गिरफ्तारी होने के साथ ही गोकशी के मामले में बड़े रैकेट का खुलासा हो सकेगा।