जयपुर। जयपुर में स्मार्ट सिटी के नाम से 26 सौ करोड़ रुपए का बड़ा घोटाला हो रहा है। राज्य सरकार और नगर निगम घोटाले को अंजाम देने में लगे हैं। इतनी राशि में तो एक नया शहर बसाया जा सकता है। यह कहना है राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता और जयपुर जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास का। खाचरियावास ने आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी के नाम से भ्रष्टाचार के सारे कीर्तिमान तोड़े जा रहे हैं। प्रोजेक्ट में वर्षों पुराने गुलाबी रंग पर नया रंग किया जा रहा है।
घटिया क्वालिटी के नए पत्थर लगाए जा रहे हैं। बेवजह चित्रकारी और हैरिटेज के नाम पर कई सौ करोड़ रुपए बर्बाद कर दिए गए। प्रोजेक्ट से चारदीवारी की मूल समस्याओं में कोई परिवर्तन नहीं आएगा और जनता पहले की तरह समस्याओं से परेशान रहेगी। सरकार सिर्फ साज-सज्जा के नाम पर जनता की खून-पसीने की कमाई का पैसा पानी की तरह बहा रही है। इस भ्रष्टाचार की जांच कराने के लिए कांग्रेस लोकायुक्त और एसीबी में शिकायत दर्ज कराएगी।
सरकार चार वर्षों में सड़कों के गड््डे नहीं भर पाई, शहर की 50 फीसदी से ज्यादा कॉलोनियों में जलदाय विभाग की पाइपलाइनें डली हुई नहीं है और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में सिर्फ रंग-रोगन और साज-सज्जा के नाम पर 2600 करोड़ रुपए घोटाले की भेंट चढ़ाए जा रहे हैं।
खाचरियावास ने आरोप लगाया कि यह बहुत ही गंभीर मामला है और इस मामले में कांग्रेस चुप नहीं रहेगी। वे स्वयं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार को देखने के लिए सभी प्रोजेक्टों का दौरा करेंगे।