– सरगना हरि प्रकाष तोतला किषनगढ रेनवाल नगरपालिका का अध्यक्ष रह चुका है.
– गैंग के सदस्य जोबनेर-रेनवाल-फुलेरा-कालाडेरा सहित जयपुर जिले के ग्रामीण अंचल में सक्रिय।
– कई वर्षाें से विभिन्न सरकारी विभागों जैसे जेवीवीएनएल हैल्पर, एलडीसी भर्ती, महिला सुपरवाइजर, सैकिण्ड ग्रेड टीचर, राजस्थान पुलिस, पषुधन सहायक आदि में भर्ती का झांसा देकर कर रहे थे वसूली।
– बडी संख्या में युवाओं को इस गैंग ने अपना निषाना बनाया।
jaipur.एसओजी को जानकारी मिली कि किषनगढ रेनवाल निवासी हरि प्रकाष तोतला पिछले लम्बे समय से अपना नेटवर्क बनाकर ग्रामीण युवाओं को सरकारी रोजगार दिलाने के नाम पर मोटी रकम वसूलकर ठग रहा है। जेवीवीएनएल हैल्पर, एलडीसी भर्ती, महिला सुपरवाइजर, सैकिण्ड ग्रेड टीचर, राजस्थान पुलिस, पषुधन सहायक आदि विभागों/पदों पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर यह सख्स कभी खुद तो कभी बिचैलियों के माध्यम से रूपये एकत्रित कर चुका है।
परिवादी गोकुल राज निवासी धिनोई थाना कालाडेरा ने रिपोर्ट दी कि हरि प्रकाष तोतला व अन्य उससे नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे ले चुके हैं। यह गैंग कालाडेरा, किषनगढ रेनवाल, जोबनेर आदि इलाके में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर योजनाबद्ध तरीके से ठग रही है।
एसओजी द्वारा इस बारे में और जानकारी एकत्रित की गई। इस दौरान चैकाने वाले खुलासे सामने आए। इस गैंग का सरगना हरि प्रकाष तोतला व अन्य सदस्य बेरोजगार युवाओं को सोषियल मीडिया पर बडे-बडे नेताओं एवं अफसरों के साथ अपने फोटो दिखाते थे। उन्हें यह झांसा देते थे कि वे अपने रसूखात व जानकारी का उपयोग लेकर उनको नौकरी दिला देंगे। इस गैंग की शर्त होती थी कि इसके लिए लाखों रूपये की रकम लगेगी। भरोसा कायम करने के लिए ये लोग पैसा देने वालों को पोस्ट डेटेड चैक भी देते थे कि यदि भर्ती नहीं हुई तो वे राषि लौटा देंगे। साथ ही ये बेरोजगार से उसका परीक्षा प्रवेष पत्र की फोटो प्रति लेते थे या वाटसएप पर मंगवा लेते थे। एसओजी ने सारी जानकारी की तस्दीक कर परिवादी गोकुल राज की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज किया एवं बाद तफ्तीष सरगना हरि प्रकाष तोतला पुत्र अमर चन्द तोतला निवासी तोतला मोहल्ला, जैन मंदिर के सामने की गली थाना रेनवाल जयपुर एवं अन्य सदस्यगण रामनारायण जीतरवाल पुत्र लालूराम निवासी चेतावाली ढाणी हिंगोनियां थाना जोबनेर तथा आषीष कुमार गोरा पुत्र मदन लाल जाट उम्र 23 साल निवासी 3/97 हाउसिंग बोर्ड न0 04 थाना सदर जिला झुन्झुनु को गिरफतार किया।
प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपियों द्वारा बेराजगार युवाओं से विभिन्न विभागों में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रूपये लेना स्वीकार किया गया है। आरोपियों द्वारा कितने युवाओं को इस प्रकार नौकरी का झांसा देकर अपना षिकार बनाया है, इस संबंध में गहन अनुसंधान जारी है। अभियुक्तों के पूरे नेटवर्क के बारे में पता किया जा रहा है।