उदयपुर। उदयपुर में 7 नवम्बर से 9 नवम्बर तक आयोजित होने जा रहें तीन दिवसीय ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम) में लगभग 40,000 किसानों की भाग लेंगे। इनमें से 20 प्रतिशत भागीदारी महिला किसानों की होंगी। यह जानकारी राजस्थान के कृषि एवं पशुपालन मंत्री, डॉ. प्रभुलाल सैनी ने आज उदयपुर में हुई प्रेसवार्ता में दी। ग्राम उदयपुर का आयोजन महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 7 से 9 नवम्बर तक किया जा रहा है। यह विशाल कृषि आयोजन राजस्थान सरकार तथा फैडरेशन आॅफ इंडियन चैम्बर्स आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। कृषि मंत्री ने आगे कहा कि यह आयोजन किसानों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करने और 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इसके साथ ही यहां कृषि और इसकी सहायक गतिविधियों के विकास को गति देने के लिए नवाचार और श्रेष्ठ कार्यप्रणालियों को प्रदर्शित किया जाएगा। डॉ. सैनी ने बताया कि ग्राम का उद्देश्य इस आदिवासी क्षेत्र के किसानों के परिवारों को मजबूती प्रदान करना है। रोजगार के अवसर और कृषकों की आय बढ़ाने के उद्देष्य से उदयपुर में विशिष्ट लघु वन उपज मंडी स्थापित की गयी है। आयोजन में कृषि में उपयोग ली जा रही उन्नत तकनीकों जैसे ड्रिप इरीगेशन, प्लास्टीकल्चर और कटाई पश्चात उपज प्रबंधन पर भी विशेष फोकस किया जाएगा। अजेर्टीना, पेरू, इजरायल, उज्बेकिस्तान आदि देशों के विशेषज्ञ अपनी तकनीकी जानकारियां किसानों के साथ साझा करेंगे। उन्होने आगे बताया कि ग्राम में तीनों दिन समानांतर जाजम बैठकों का आयोजन किया जायेगा। इन बैठकों के माध्यम से किसानों को कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में उपयोग में ली जा रही आधुनिक एवं वैश्विक सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों के बारे में जानकारी देने के अनुरूप डिजाइन किया गया है। यहां किसान कृषि, बागवानी और पशुपालन से संबंधित विषय-विशेषज्ञों से अपने संदेहों को दूर कर सकेंगे। इस बार ग्राम के दौरान डेयरी और ग्रामीण महिला विकास के मुद्दों पर चौथी जाजम चौपाल का आयोजन भी किया जाएगा। इससे पूर्व प्रमुख शासन सचिव, कृषि, राजस्थान सरकार, नीलकमल दरबारी ने सम्भाग स्तरीय ग्राम के आयोजन के बारे में बताया कि जयपुर में गत वर्ष नवम्बर माह में आयोजित ग्राम 2016 की वृहत सफलता को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा अब सम्भागीय स्तर पर ग्राम का आयोजन किया जा रहा है। सम्भागीय स्तर पर प्रथम ग्राम मई 2017 में कोटा में आयोजित किया गया था और इसके पश्चात अब यह उदयपुर में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर कृषि आयुक्त, विकास सीतारामजी भाले; उद्यानिकी निदेशक, वी.पी.सिंह; कृषि विपणन निदेशक, एन.एम. पहाडिया; राजस्थान राज्य बीज निगम की प्रबंध निदेशक, सुषमा अरोडा और फिक्की के हैड आॅफ एग्रीकल्चर जसमीत सिंह भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री राजस्थान कल करेंगी ग्राम उदयपुर का उद्घाटन
उदयपुर स्थित महाराणा प्रताप कृशि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कल, 7 नवम्बर को ग्राम उदयपुर का उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाएगा। राजस्थान की मुख्यमंत्री, वसुंधरा राजे इस समारोह की मुख्य अतिथि होंगी। इस अवसर पर उनके अतिरिक्त, भारत सरकार के कृशि राज्य मंत्री, गजेंद्र सिंह शेखावत; उज्बेकिस्तान के राजदूत, एच.ई. फरहौद अरजिव और राजस्थान सरकार के कृषि एवं पशुपालन मंत्री, डॉ प्रभुलाल सैनी भी सम्बोधित करेंगे। फिक्की के महासचिव, संजय बारू धन्यवाद ज्ञापित करेंगे। प्रात: 11 बजे उद्घाटन सत्र की शुरूआत होगी। इस अवसर पर नोलेज पेपर एवं पब्लिकेशनंस (उदयपुर डिवीजन में एग्री वेल्यू चैन, उदयपुर डिवीजन में मछली पालन, उदयपुर डिवीजन में वन उपज, ग्राम ब्रोशर और किसानों के लिए दो हिंदी पुस्तिकाओं) का विमोचन भी किया जायेगा।