नई दिल्ली। एक रियलिटी टीवी शो में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली व कक्षा 10वीं की छात्रा को आईएसआईएस के विरोध में गीत गाना उस समय भारी पड़ गया। जब उसके इस गाने से नाराज होकर 42 मौलवियों ने उसके खिलाफ फतवा जारी कर दिया। असम निवासी नाहिदा ने एक मस्जिद में और एक कब्रिस्तान के समीप क्षेत्र में हुए एक कार्यक्रम के तहत शिरकत की थी। इस दौरान उसने आईएसआईएस के खिलाफ गीत गाया, जिससे मौलवियों ने शरिया कानून के खिलाफ माना। इसके बाद तो नाहिदा के खिलाफ 42 मौलवियों ने फतवा जारी कर दिया और उसके सार्वजनिक तौर पर गाने पर रोक लगा दी। फतवे में कहा गया कि मस्जिद, ईदगाह या कब्रिस्तान के इर्द-गिर्द म्यूजिकल नाईट सरीखे शरिया विरोधी कार्यक्रम किए गए तो अल्लाह के इस क्रोध को भावी पीढिय़ों को सहना पड़ेगा। फिलहाल एडीजी (स्पेशल ब्रांच) पल्लब भट्टाचार्य इस मामले की जांच करने में जुटे हैं। पुलिस नेनाहिदा और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान करने का फैसला किया है। इधर इस फतवे की जानकारी जैसे ही इस युवा सिंगर को पता चली तो उसने कहा कि गाने की यह कला उसे ऊपर वाले ने उपहार स्वरुप दी है। जिसे वह किसी भी सूरत में नहीं छोड़ेगी। यदि वह इसका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं करेगी तो यह ऊपर वाले का अपमान ही होगा।
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