नई दिल्ली। मोदी सरकार ने निर्णय किया है कि अब देश की नदियों को जोड़ने की योजना बनाई जाए जिससे देश में किसानों की बरसात पर निर्भरता खत्म हो और उन्हें अपने खेत सींचने के लिए पानी की कोई कमी न रहे। पानी ना होना ही किसानों की सबसे बड़ी समस्या जिससे उन्हें आत्महत्या करने तक को मजबूर होना पड़ता है। लेकिन पानी आने के बाद किसानों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। मोदी सरकार लगभग 5 लाख करोड़ रुपये की लागत वाले प्रोजेक्ट के जरिए देश की बड़ी नदियों को जोड़ने की योजना बना रही है। खबर के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट की शुरूआत अगले एक महीने में हो सकती है। बता दें कि इस प्रोजेक्ट का मकसद है कि जिन जगह पानी जगह है वहां से ऐसे इलाकों में पानी भेजा जाएं जहां पर सूखा पड़ता है।
इस प्लान के जरिए देश की 60 बड़ी नदियों को जोड़ा जाएगा, जिसमें गंगा भी शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी इस प्रोजेक्ट के पहले फेज को मंजूरी दे चुके हैं। इस प्रोजेक्ट के जरिए किसानों की मॉनसून पर निर्भरता कम हो जाएगी, और कई हेक्टयेर जमीन खेती की सिंचाई में आसानी होगी। गौरतलब है कि पिछले दिनों में देश में बिहार, यूपी और असम समेत कई इलाकों में बाढ़ आई है। वहीं भारत के पड़ोसी देश नेपाल और बांग्लादेश भी बाढ़ से जूझ रहे हैं। इस प्रोजेक्ट से ना केवल किसानों को राहत पहुंचेगी बल्कि बिजली की उत्पादन क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। पहले फेज की शुरूआत में केन नदी पर डैम बनाने की योजना है, इसके तहत 22 ङट. लंबी नहर को बेतवा से जोड़ा जाएगा। केन और बेतवा का एक बड़ा हिस्सा मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश को भी कवर करता है। वहीं इस प्रोजेक्ट के शुरूआती फेज उन राज्यों में किए जा सकते हैं जहां पर बीजेपी की सरकार है।