जयपुर. नए सीएम की रायशुमारी के लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले कांग्रेस विधायकों में दरार साफ दिख रही है। विधायक दल की बैठक से पहले गहलोत गुट के विधायकों की यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर बैठक रखी गई है। करीब 50 विधायक इस मीटिंग में हिस्सा ले रहे हैं। धारीवाल के बंगले पर लग्जरी बस की व्यवस्था है, गहलोत समर्थक विधायक इसी बस से एक साथ विधायक दल की बैठक में जा सकते हैं। सीएम बदलने की टाइमिंग को लेकर विरोध दर्ज करवा सकते हैं। धारीवाल के बंगले पहुंचे निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने कहा गहलोत ही सीएम रहने चाहिए। गहलोत के अलावा किसी दूसरे को सीएम बनाया तो निर्दलीय विधायक समर्थन वापस ले लेंगे। मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय बोले अशोक गहलोत ही रहें मुख्यमंत्री। उन्हें बदला नहीं जाए। मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने कहा हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही रहें, संयम लोढ़ा एक सुलझे हुए व्यक्ति हैं, उन्होंने जो कहा है सोच समझकर ही कहा है। इधर, पायलट के घर भी उनके समर्थक विधायक अगली रणनीति पर बातचीत कर रहे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। इस बीच राज्य के नए सीएम का नाम तय करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगले मुख्यमंत्री के नाम पर आज शाम 7 बजे होने वाली विधायक दल की बैठक में राय ली जाएगी। इसके लिए प्रदेश प्रभारी अजय माकन और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे जयपुर पहुंच गए हैं। बैठक के लिए दोनों नेताओं को ऑब्जर्वर बनाया है। इस बीच गहलोत ने आज दोपहर जैसलमेर में कहा अगला सीएम वो नेता हो जो प्रदेश में सरकार रिपीट करा सके। सरकार के कई मंत्रियों ने भी गहलोत के समर्थन में बयान देकर सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। गहलोत ने कहा सीएम के चयन के लिए विधायक दल की बैठक बुलाना और हाईकमान पर फैसला छोड़ने की परंपरा रही है। यही कांग्रेस की ताकत रही है। मैं कई पदों पर रह चुका हूं, अब नई पीढ़ी को चांस मिलना चाहिए। आज भी आपको उसी विश्वास की झलक देखने को मिलेगी। आपको ज्यादा इधर-उधर सोचने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यह गलत प्रचारित किया गया कि मैं राजस्थान सीएम का पद नहीं छोड़ना चाहता। मैं तो अगस्त में ही हाईकमान को कह चुका कि अगला सीएम उसे बनाइए को सरकार रिपीट करवा सके। अब जो अगला मुख्यमंत्री बनेगा उसे कहूंगा कि वो युवाओं पर ध्यान दे। मेरी कलम गरीब के लिए चली। अब मैं चाहता हूं कि नौजवानों के बीच जाऊं। बैठक को लेकर धारीवाल के बंगले पर विधायक पहुंच रहे हैं। धारीवाल के बंगले पर लग्जरी बस की भी व्यवस्था की गई है। गहलोत समर्थक विधायक इसी बस से एक साथ विधायक दल की बैठक में जा सकते हैं।
सीएम पर रायशुमारी के लिए शाम 7 बजे बुलाई गई विधायक दल की बैठक में कांग्रेस समर्थक निर्दलीय विधायकों को भी बुलाया गया है। इन विधायकों को कांग्रेस के एसोसिएट मेंबर का दर्जा दिया हुआ है, इसलिए बैठक में बुलाया है। मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि 2 साल पहले बीजेपी के साथ मिलकर राजस्थान में गहलोत सरकार को गिराने की साजिश की गई थी, तब 102 विधायकों और सहयोगियों ने मिलकर सरकार को बचाया था। गर्ग ने कहा कि पद खाली होने के बाद रायशुमारी होती है, यह रायशुमारी का वक्त नहीं है। आलाकमान का फैसला सभी को मंजूर होगा। हालांकि आलाकमान को राजस्थान की जनता और एमएलए की अपेक्षाओं को ध्यान में रखना चाहिए। अजय माकन और खड़गे का विधायक दल की बैठक में आने का मकसद नए सीएम के नाम पर विधायकों का मन टटोलना माना जा रहा है। दोनों नेता विधायक दल की बैठक में नए सीएम चेहरे के दो से तीन नामों के बारे में राय जानेंगे और फिर हाईकमान को रिपोर्ट सौंपेंगे। कांग्रेस में सीएम चयन के लिए यही प्रोसेस अपनाया जाता है। साल 2018 में विधायक दल की बैठक में सीएम पर राय लेने केसी वेणुगोपाल को भेजा गया था। विधायक दल की बैठक में माकन और खड़गे एक-एक विधायक की राय जानेंगे। हालांकि, अब तक कांग्रेस की परंपरा रही है कि नए सीएम के चयन का फैसला हाईकमान पर छोड़ा जाता है। जयपुर में भी इसी तरह की संभावना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के नामांकन से पहले शुरू की गई नए सीएम के चयन की मुहिम से यह साफ हो गया है कि हाईकमान ने जल्द फैसला करने की एक्सरसाइज शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान ने राजस्थान के नए सीएम का फैसला कर लिया है। अब बाकी का प्रोसेस शुरू किया जाएगा।
सीएम अशोक गहलोत ने 21 सितम्बर को दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। बताया जाता है कि इस दो घंटे की मुलाकात में गहलोत को सोनिया गांधी ने एक ही पद पर रहने और अध्यक्ष पद पर नामांकन करने पर फैसला सुना दिया था। उसके बाद गहलोत ने राहुल गांधी से मुलाकात की और सीएम पद छोड़ने का बयान दिया था। अब सब कुछ पहले से तय कार्यक्रम के हिसाब से सियासी घटनाक्रम चलेगा। सीएम अशोक गहलोत ने कोच्चि और शिर्डी दौरे के समय मीडिया से बातचीत में कहा था कि नए सीएम पर फैसला पार्टी विधायकों की राय के आधार पर हाईकमान करेगा। सोनिया गांधी और प्रभारी अजय माकन प्रोसेस तय करेंगे। अब प्रभारी माकन और खड़गे विधायक दल की बैठक में बतौर ऑब्जर्वर आए हैं।

LEAVE A REPLY