नई दिल्ली। देश में किस कदर महंगाई बढ़ रही है इसका तो आपको पता ही किस तरह से रसोई गैस डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं उस पर जीएसटी की मार से त्रस्त ट्रांसपोर्टस ने अब अपनी मांगों को मनवाने के लिए हड़ताल करने का फैसला लिया है। अब वे दो दिन हड़ताल पर रहेगा जिससे करोड़ों रुपए का नुकसान भी होगा। 9 अक्टूबर सुबह 8 बजे सड़कों से लाखों ट्रक नदारद रहेंगे। आॅल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआइएमटीसी) ने इस हड़ताल का ऐलान किया है। अध्यक्ष एसके मित्तल, उपाध्यक्ष हरीश सभरवाल के अनुसार जीएसटी में ट्रांसपोर्टरों के रजिस्ट्रेशन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने दावा किया कि देश के करीब 93 लाख ट्रक आॅपरेटर और करीब 50 लाख बस और टूरिस्ट आॅपरेटर्स इस हड़ताल के समर्थन में हैं। सरकार डीजल की कीमतों में बड़ी कटौती करें।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में काफी तेजी है, लेकिन सरकार यहां डीजल कीमतों में कटौती नहीं कर रही है, हमारी मांग है कि डीजल की कीमतों में 20 रुपये प्रति लीटर तक कटौती की जाए। चालकों और ट्रांसपोर्ट संगठनों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया और नए अप्रत्यक्ष कर के तहत डीजल को लाने की मांग की। आॅल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) और अन्य ट्रासपोर्ट एसोसिएशनों का कहना है कि जीएसटी से ट्रांसपोर्ट उद्योग बूरी तरह से प्रभावित हुआ है। टोल चार्जेस में बढ़ोतरी हो रही है, इस स्ट्राइक से 5 हजार करोड़ के नुकसान का आशंका जता रहे हैं तमिलनाड़ू। 81 साल से इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) और बाकी ट्रांसपोर्ट संगठन देशव्यापी सेवा दे रहे हैं, 93 लाख ट्रक, 50 लाख बसें सेवारत हैं। ये संगठन 20 लाख लोगों को रोजगार देता है। लाहौर में सबसे पहले इसकी स्थापना हुई थी।