नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना को लापता हुआ लड़ाकू विमान सुखोई-30 का मलबा चीन सीमा के समीप असम के तेजपुर के पास मिल गया। यह लड़ाकू विमान मंगलवार को तेजपुर एयरबेस पर अपनी नियमित उड़ान भरने के लिए सुबह 9.30 बजे रवाना हुआ था, उड़ान भरने के करीब पौने दो घंटे बाद से ही वह राडार से संपर्क टूट गया। विमान के उड़ान भरने के दौरान उसमें दो पायलट सवार थे, जिनका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। विमान की अंतिम लोकेशन अरुणाचल प्रदेश के डौलासांग (चीन सीमा से समीप) में मिली थी। बता दें सुखाई-30 लड़ाकू विमान का निर्माण रूस की कंपनी सुखाई एविएशन कॉर्पोरेशन ने किया है। यह विमान सभी तरह के मौसम में दिन रात उड़ान भरने में सक्षम है। यह विमान हवा से हवा और हवा से सतह पर मार करने में पूरी तरह सक्षम है। 400 करोड़ रुपए कीमती सुखोई विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से अब देश में इसको लेकर चिंताएं बढऩे लगी है। वायु सेना के पास 240 सुखोई विमान में अब तक 8 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। इस तरह देश को अब तक 3200 करोड़ का नुकसान झेलना पड़ा है।

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