जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों तक जनता की पहुंच आसान बनाने और इनका लाभ आमजन तक पहुंचाने में युवा विकास प्रेरक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। सरकार की योजनाओं को सही तरीके से समाज के जरूरतमंद तबकों तक पहुंचाने में वे एक सेतु का काम करें।
राजे बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में ‘‘युवा विकास प्रेरक समीक्षा एवं मार्गदर्शन’’ कार्यक्रम में आये युवा विकास पे्ररकों को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि युवाओं से इस देश को काफी उम्मीदें हैं और युवा ही नये राजस्थान का भविष्य हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि पिछले 6 माह में युवा विकास प्रेरकों ने ‘आइडिया फैक्ट्री‘ के रूप में काम करते हुए नवाचारों के माध्यम से लोगों को जोड़ा है। वे सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोगी बनकर लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने में सफल हुए हैं। राजे ने कहा कि युवा प्रेरक फील्ड में जाकर वस्तुस्थिति को समझते हैं साथ ही सरकार की योजनाओं की जानकारी होने के कारण वे लोगों से इसके बारे में चर्चा कर उनसे फीडबैक भी आसानी से ले पाते हैैैं। मुझे यह जानकर खुशी है कि युवा प्रेरकों ने लीक से हटकर सोच रखते हुए कई अभिनव कार्य किये हैं जिनमें डवलपमेंट डायलाॅग, बाल विवाह रोकने, पारदर्शिता से राशन वितरण, बिजली छीजत में कमी लाने एवं श्रमिक कार्ड पंजीयन जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। डवलपमेंट डायलाॅग प्रोग्राम के माध्यम से स्कूल एवं काॅलेजों के विद्यार्थियों के साथ चर्चा का फायदा सरकार की योजनाओं के प्रभावी ढंग से धरातल पर लाने में मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में युवा विकास पे्ररक कार्यक्रम के यू-ट्यूब चैनल तथा वेब मैग्जीन ‘राजस्थान स्वाभिमान‘ को लाॅन्च किया। इससे पहले युवा विकास कार्यक्रम की सलाहकार समिति की अध्यक्ष तथा राज्य वित्त आयोग की अध्यक्ष डाॅ. ज्योति किरण तथा आयोजना विभाग के निदेशक ओपी बैरवा ने कार्यक्रम के उद्देश्य, गतिविधियों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी। बांसवाड़ा के विकास प्रेरक शिवराज चैधरी, झालावाड की विकास प्रेरक श्रुति गोयल तथा डूंगरपुर के विकास प्रेरक शुभम शर्मा ने अपने-अपने जिलों में किए गए नवाचारों एवं सफलता पर आधारित प्रस्तुतीकरण दिया।