जयपुर। 24 जून को चूरू के मालासर गांव में एनकाउंटर के दौरान मारे गए गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर आखिरकार 11वें दिन आशा की कुछ किरण देखने को मिली। सोमवार की देर रात तक डीडवाना में डेरा डाले आईजी अजमेर मालिनी अग्रवाल, नागौर कलक्टर कुमारपाल गौतम, एसपी पारिस देखमुख सहित अन्य अधिकारियों ने आनंदपाल के परिजनों सहित समाज के नेताओं से बातचीत की।

बातचीत के दौरान सकारात्मक परिणाम भी नजर आए। अब तक पुलिस प्रशासन डीप फ्रीज लाने की इजाजत नहीं दे रहा था। अब उसने डीप फ्रीज को लाने की इजाजत दे दी। जबकि आनंदपाल के भाई मंजीतपाल की अंतरिम जमानत पर सहमति बनाने के संकेत मिले। साथ ही दुबई में रह रही आनंदपाल की बड़ी बेटी चरणजीत चीनू के अंत्येष्टि में शामिल होने को लेकर अनुमति पर आशा की किरण नजर आई। बैठक के दौरान हुई बातचीत का हालांकि खुलासा नहीं हो सका। फिर भी कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि सोमवार रात को हुई बैठक सकारात्मक रही। बैठक में लोगों का रुख सकारात्मक रहा। ऐसे में संभव है कि अब आनंदपाल के शव का जल्द ही अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।

बता दें आनंदपाल की एनकाउंटर में हुई मौत के बाद ही परिवार व समाज के लोग मामले में सीबीआई जांच कराने, अंत्येष्टि में उसके भाईयों को शामिल किए जाने, बड़ी बेटी चीनू को गिरफ्तार नहीं करने सहित सरकार की ओर से कुर्क की गई जमीनों को वापस देने सरीखी मांगों को लेकर आनंदपाल के शव का अंतिम संस्कार नहीं करने पर अड़े हैं। जिससे 11वेें दिन भी आनंदपाल के शव का अंतिम संस्कार नहीं हो सका।

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  1. इन राजस्थानी राजपूतों की जीतनी तारीफ़ की जाय वही कम है- पहले इन्होने मुसलमानों को अपनी बेटियां दी, स्वतंत्रता के लिए वीरतापूर्वक मरने की बजाय सैकड़ों साल उनकी गुलामी की और आज भी अपने पूर्वजों की उसी पुरानी राह पर चलकर गुंडागर्दी, चोरी-डकैती और लूट पर जी रहे हैं और जल्द ही एक दिन ऐसा आयेगा जब ये फिर से देश को गुलामी में धकेलेंगे.

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