नई दिल्ली। सीबीआई की एक विशेष कोर्ट ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष बी.एस.येदियुरप्पा समेत 12 अन्य लोगों को 40 करोड़ रुपए की रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के मामले में बुधवार को बरी कर दिया। बरी होने वालों में उनके दो बेटे और दामाद भी शामिल हैं। सीबीआई कोर्ट से क्लीन चिट मिलने के बाद उन्होंने कहा कि उनको ईश्वर में विश्वास था। उनके साथ न्याय हुआ है। कर्नाटक के लोकायुक्त ने आरोप लगाया था कि येदियुरप्पा, उनके दो बेटे, दामाद तथा इस्पात कंपनी जेएसडब्ल्यू रिश्वतखोरी और फर्जीवाडे में लिप्त है। आरोप पत्र के मुताबिक येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान उनसे खनन लाइसेंस समेत कुछ अनुचित लाभ हासिल करने के लिए 2010 में उनके परिवार से जुड़े प्रेरणा ट्रस्ट को 40 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई थी। तीन मई-16 को मामले की सुनवाई के दौरान येदियुरप्पा ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि उन्हें राजनीतिक साजिश का निशाना बनाया जा रहा है। इस मामले की सुनवाई के दौरान येदियुरप्पा की आंखों में उस समय आंसू आ गए थे, जब उनसे उनके मुख्यमंत्री काल में कथित अवैध खनन घोटाले के सिलसिले में कई सवाल पूछे गए थे। ढाई घंटे तक चली गवाही के दौरान न्यायाधीश ने उनसे 475 सवाल पूछे थे। अब सीबीआई कोर्ट से बरी होने पर वे भगवान का शुक्रगुजार बताते हुए कह रहे हैं कि इस फैसले से वे पाक साफ साबित हुए हैं।

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