जयपुर। 12 जुलाई की रात सांवराद में हुए उपद्रव के दौरान गोली का शिकार हुए चूरू के मालासर निवासी सुरेन्द्र सिंह राठौड़ की मौत के मामले में आखिरकार पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करनी ही पड़ी। जयपुर के अशोक नगर थाने में सुरेन्द्र सिंह के पिता कल्याण सिंह के द्वारा दर्ज कराई गई एक जीरो नंबरी एफआईआर में आरोप लगाते हुए बताया कि उसका पुत्र सुरेन्द्र सिंह 12 जुलाई को सांवराद में था।

वहां पर वह लोगों को यह कहते हुए घूम रहा था कि मैं आनंदपाल के फर्जी एनकाउंटर का गवाह हूं। वह लोगों को इस बारे में बता रहा था कि आनंदपाल के सरेंडर करने बावजूद पुलिस ने उसे धोखे से मार डाला। यह बात पुलिस को पता चली तो पुलिस ने जानबूझकर सुरेन्द्र की हत्या कर दी।

-फर्जी पहचान बताकर भटकाया ध्यान
कल्याण सिंह ने बताया कि पुलिस को यह बात पता चल गई थी। ऐसे में सुरेन्द्र की जानबूझकर हत्या कर दी गई। यही वजह रही कि हमारा ध्यान भटकाने के लिए पुलिस ने सुरेन्द्र सिंह की पहचान रोहतक निवासी लालचंद शर्मा के तौर पर उजागर की। जिससे घटना के 5 दिन बाद उसकी सही पहचान सामने आई। सुरेन्द्र सिंह मालासर का ही रहने वाला था और वहीं पर पुलिस ने एनकाउंटर किया था।

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