जयपुर। सिरोही-पाली जिले के प्रभारी एवं पंचायतराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि बाढ़ जैसी आपदा के समय भी कांग्रेस अपनी फूट को जगजाहिर करने से बाज नहीं आ रही। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर और प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने सिरोही में बुधवार को एक ही समय में अलग-अलग प्रेस कांफ्रेंस कर यह जता दिया है कि दोनों के रास्ते जुदा-जुदा हैं और दोनों में ही प्रचार-प्रसार की होड़ मची हुई है।
-‘सेल्फी लीडरÓ हैं पायलट
राठौड़ ने कहा कि जहां तक पायलट का सवाल है वे तो ‘सेल्फी लीडरÓ हैं जो बाढ़ पीडि़तों को राहत देने नहीं, बाढ़ में पर्यटन तलाशने आए हैं। वे बाढ़ पीडि़तो के आंसू पोछने के बजाए सेल्फी लेने में ज्यादा व्यस्त हैं। पायलट को तो यह भी पता नहीं है कि सीएम वसुंधरा राजे सोमवार को जालोर और सिराही आईं, जहां उन्होंने अधिकारियों की बैठक ली। राहत में तेजी लाने के निर्देश दिए। जालोर को जोडऩे वाली मुख्य साकरणा पुलिया पर वे पैदल गईं और वहां खड़े रहकर पुलिया का काम तेज करवाया। मुख्यमंत्री के वहां पहुंचने से 6 घंटे में यह पुलिया तैयार हो गया और उसी दिन आवागमन सुचारू हो गया।
-राहुल जहां भी जाते हैं, कांग्रेस साफ हो जाती है
राठौड़ ने कहा पायलट आरोप लग रहे हैं कि प्रधानमंत्री जी बाढग़्रस्त क्षेत्र में नहीं आए। उन्होंने कहा कि पीएम राजस्थान सरकार द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों से संतुष्ट है। इसलिए वे यहां नहीं आए। उन्होंने कहा कि राहुल तो राजस्थान इसलिए आ रहे हैं क्योंकि उन्हें राजस्थान की कांग्रेस पर विश्वास नहीं है। राहुल आए तो अच्छा ही है क्योकि वे जहां भी जाते हैं उस क्षेत्र में कांग्रेस साफ हो जाती है।
-मीडिया में आने के लिए कुछ तो करते गहलोत
राठौड़ ने कहा कि अशोक गहलोत ने जयपुर में प्रेस कांफ्रेंस इसलिए की क्योंकि पायलट उन्हें बाढ़ प्रभावित दौरे में नहीं ले गए। मीडिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए वे कुछ तो करेगें ही।