जयपुर. राजस्थान कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की ईमानदारी से सहायता करके, उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने की बजाय प्रदेष की भाजपा सरकार सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी में उलझी हुई है। जालौर, सिरोही, सांचैर, पाली, बाड़मेर, जैलसमेर में हजारों लोगों के घर बर्बाद हो गये, करोड़ों रूपये की किसानों की फसलें बर्बाद हो गई, हजारों गायें और मेवषी मर गये, गांव के गांव बर्बाद हो गये, बाढ़ के प्रकोप से कई लोगों की जीवन लीला समाप्त हो गई। आज भी बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में लोग खाने-पीने की वस्तुओं, दवाई आदि को तरस रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा सहायता उपलब्ध नहीं कराये जाने से लोग भूखों मर रहे हैं। प्रदेष की मुख्यमंत्री कुछ घंटों का हवाई दौरा करके वापस आ जाती है और पंचायतराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ मुख्यमंत्री को खुष करने के लिये उनकी तारीफों के पुल बांधते हैं तथा प्रदेष अध्यक्ष अषोक परनामी जयपुर में एसी कमरें में बैठकर बयानवीर बनकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं परन्तु भाजपा कार्यालय से बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिये एक बिस्किट का डिब्बा भी नहीं भेज रहे हैं।
खाचरियावास ने कहा कि परनामी और राठौड़ को ज्यादा चिंता सचिन पायलट और अषोक गहलोत की है, यह दोनों हमेषा इसी काम में लगे रहते हैं कि कांग्रेस के नेता क्या बयान दे रहे हैं? कहाँ जा रहे हैं? और क्या कर रहे हैं? इन्हें अपने कामकाज से अधिक कांग्रेस के नेताओं पर बयान देना अच्छा लगता है। खाचरियावास ने कहा कि प्रदेष की जनता यह जानना चाहती है कि बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे ंके रूप में किसानों को सरकार कितना मुआवजा देगी? बाढ़ पीड़ितों के घर बर्बाद हो गये, उनके मकानों का कब मुआवजा देगें? बाढ़ पीड़ितों के लिये खाद्य सामग्री, दवाई आदि की पूरी व्यवस्था क्यों नहीं हो रही है? क्या सरकार की जिम्मेदारी नहीं बनती कि वो अपने पूरे संसाधनों के साथ बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में कैम्प लगाकर बाढ़ पीड़ितों को सभी तरह की सहायता उपलब्ध करायें। खाचरियावास ने भाजपा नेताओं को चेतावनी देते हुये कहा कि विपक्ष के खिलाफ झूठे बयान देने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं हैं। प्रदेष की जनता भलीभांति जानती है कि लोगों के दुःख-दर्द से भाजपा सरकार का कोई सरोकार नहीं है। इसलिये भाजपा नेता बाढ़ पीडितों की सहायता करने की बजाय सिर्फ बयानबाजी करने में लगे हुये हैं।