-फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन के पहले दिन जेईसीसी सीतापुरा में अभिनेता अक्षय कुमार के साथ अप क्लोज एण्ड पर्सनल सत्र के अंतर्गत संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं अगर स्वस्थ और शिक्षित नहीं होंगी, तो हमारी भावी पीढ़ी भी स्वस्थ और शिक्षित नहीं होगी। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार प्रदेश को मार्च 2018 तक खुले में शौच से मुक्त होने का लक्ष्य लेकर चल रही है। राज्य सरकार इसके लिए लगातार प्रयास कर रही है।
इसी कड़ी में प्रदेश के सभी बालिका राजकीय स्कूलों और कॉलेजों में सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीनें लगाई जा रही हैं ताकि बालिकाओं को स्कूल की छुट्टी नहीं करनी पड़े। सत्र के दौरान फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने कहा कि स्वच्छता एवं शौचालय की समस्या से बचने के बजाय इसके बारे में समाज में जागरुकता लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण के साथ-साथ लोगों की सोच में बदलाव लाना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत में 91 प्रतिशत महिलाएं सेनिटरी नेपकिन का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं, यह चिंताजनक है। इस बारे में समाज में चली आ रही भ्रांतियों को दूर करने के लिए काम करना होगा। कुमार ने जयपुर शहर की खूबसूरती की सराहना करते हुए कहा कि काश मुम्बई शहर भी जयपुर जैसा होता। उन्होंने कहा कि समाज से जुड़े संवेदनशील विषयों को आम आदमी की भाषा में समझाया जाना चाहिए तभी बदलाव लाया जा सकता है। सत्र का संचालन जेम्स इंडिया के ग्रुप सीईओ अमरीश चन्द्रा ने किया।