जयपुर। आनंदपाल एनकाउंटर के बाद राजपूत समाज एक होकर इस एनकाउंटर की जांच सीबीआई से करवाने के लिए आन्दोलन कर रहा था। वहीं आनंदपाल की बेटी योगिता भी अपने पिता को इंसाफ दिलाने के लिए अपने परिवार की ओर से सबसे आगे खड़ी थी और इस पूरे घटनाक्रम में उसने संयम के साथ काम लिया। साथ ही समय-समय पर समाज को सम्बोधन किया तथा सरकार के सामने अपने मांगे भी बिल्कुल संतुलित तरीके से रखी। जिससे योगिता का मानसिक परिपक्व होने का पता चलता है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर योगिता ने सांवराद गांव के एक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में एक सम्बोधन भी किया।
जिसमें उन्होंने भगत सिंह के बारे में बताया और राजनीति के बारे में भी बात की। योगिता ने अपने लगभग 1:30 मिनट के भाषण में कई बार भगत सिंह का नाम लिया और कहा भगत सिंह ने देश को आजाद कराने में अपनी अहम भूमिका निभाई तथा अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए। योगिता ने यह भी कहा कि हर व्यक्ति को सोचना चाहिए की भगत सिंह हमारे घर में पैदा हो ताकि हम भी उस पर गर्व कर सके। सूत्रों के अनुसार इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि योगिता का इस मंच से संबोधन भविष्य में उन्हें राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने से भी जोड़ कर देख रहे हैं। चर्चाओं का दौर तो चल रहा है मगर यह सब भविष्य की बातें जो समय बीतने के साथ ही पता चलेगी। मगर आनंदपाल एनकाउंटर के बाद योगिता ने अपनी मजबूत मानसिकता का परिचय दिया है।