गुड़िया गैंगरेप और मर्डर केस: आरोपियों को बचाने के आरोप में आईजी, डीएसपी समेज 8 पुलिसकर्मी गिरफ्तार
कोटखाई। देश के कई राज्यों में किस तरह का राज चल रहा है पता नहीं चल पा रहा है एक तरफ तो किसी छात्रा का बलात्कार करके उसकी हत्या कर दी जाती है। दूसरी तरफ सरकार और पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई करने के बदले मामले की लीपापोती करने में लग जाते है। आखिर यह देश में चल क्या रहा है। लोगों को इंसाफ के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है तब भी सरकार के माथे जूं तक नहीं रेंगती। ऐसा ही मामला है। हिमाचल के कोटखाई का जहां गुड़िया गैंगरेप-मर्डर केस में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। सीबीआई ने इस मामले की शुरूआती जांच करने वाली एसआईटी चीफ आईजी जहूर जैदी समेत आठ अफसरों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप लगा है। सीबीआई की इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों पर गुड़िया गैंगरेप-मर्डर केस के असली आरोपियों को बचाने का आरोप है। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि पुलिस एसआईटी ने इस मामले में गलत लोगों को गिरफ्तार किया था। आईजी जहूर जैदी के साथ-साथ डीएसपी मनोज कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल सीबीआई अधिकारी जल्द सभी आरोपियों से पूछताछ करेंगे।

इसी साल 4 जुलाई को शिमला स्थित कोटखाई में एक छात्रा स्कूल से लौटते वक्त लापता हो गई थी। लापता होने के दो दिनों बाद यानी 6 जुलाई को कोटखाई के जंगलों में छात्रा की निर्वस्त्र हालत में लाश मिली थी। छात्रा की गैंगरेप के बाद बेरहमी से हत्या की गई थी। शुरूआत में केस की जांच कर रही एसआईटी ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। गुड़िया गैंगरेप-मर्डर केस में पूरे राज्य में जमकर प्रदर्शन किए गए। इस मामले में एक आरोपी की कोटखाई थाने में 18 जुलाई की रात हत्या कर दी गई थी। सीबीआई ने इन दोनों ही मामलों में केस दर्ज किया है। वहीं बीजेपी ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए सीएम वीरभद्र सिंह पर जमकर निशाना साधा था।

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