Pradyumna murder

नई दिल्ली। रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के मासूम प्रद्युम्न की हत्या मामले में हर रोज नए-नए चौंका देने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब खबर है कि रेयान समूह के एक अधिकारी ने आरोप लगाया कि बार एसोसिएशन ने इस सनसनीखेज मामले में आरोपी की पैरवी करने से वकीलों को प्रतिबंधित कर दिया है। इसलिए इस केस की सुनवाई हरियाणा से बाहर की जाए। इसके लिए उन्होंने मोटी फीस वाले वकील को भी हायर किया है।

अपने बचाव के लिए स्कूल प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी को हायर किया है। लीगली इंडिया रिपोर्ट 2015 के मुताबिक केटीएस तुलसी मोटी फीस लेते हैं। रिपोर्ट की मानें तो तुलसी की सुप्रीम कोर्ट में फीस 5-6 लाख रुपये है, जबकि हाई कोर्ट में 8-9 लाख रुपये है। तुलसी ने स्कूल पक्ष की ओर से कहा है कि वे सात वर्षीय प्रद्युमन की नृशंस हत्या के आरोपी या किसी व्यक्ति की पैरवी ना करें। तुलसी ने कहा, ‘अनुच्छेद 21 (जीवन और निजी स्वतंत्रता के अधिकार) तहत मौलिक अधिकार का उल्लंघन किया जा रहा है।’

रेयान स्कूल में गार्ड की नौकरी से निकाले गए शख्स ने बताया है कि बच्चे की हत्या के बाद फर्श पर फैले खून को साफ कराया गया था। इसके पहले भी स्कूल प्रशासन पर साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगता रहा है। गार्ड की बात से ये बात साबित करता है कि स्कूल प्रशासन ने साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश की थी। सूत्रों की मानें तो गार्ड के खुलासे के बाद रायन स्कूल प्रशासन ने फिलहाल वहां काम करने वाले सभी गार्डों को नौकरी से निकाल दिया है। खबरों के अनुसार, गुरुग्राम स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में कुल 8 गार्ड काम करते थे। कहा जा रहा है कि सभी गार्ड्स को नौकरी से निकाल दिया गया है।

 

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