नई दिल्ली। आज 15-9 -17 मेरा पहला एग्जाम था मेरी मैम क्लास टीचर ने मुझे 9.15 तक रुलाया, खड़ा रखा इसलिए क्योंकि वह चापलूसों की बात मानती उनकी किसी बात का विश्वास मत करिएगा,कल उन्होंने मुझे तीन पीरियड खड़ा रखा। आज मैने सोच लिया है कि मैं मरने वाला हूं। मेरी आखिरी इच्छा मेरी मैम को किसी बच्चे को इतनी बड़ी सजा न देने को कहें।
अलविदा
पापा-मम्पी और दीदी
ये सुसाइड नोट गोरखपुर में पांचवीं में पढ़ने वाले छात्र का है। 15 सितम्?बर को उसने जहर खा लिया था। छात्र को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया जहां बुधवार की शाम को उसकी मौत हो गई। छात्र के स्टडी टेबल से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने स्कूल टीचर को मौत के लिए जिम्मेदार बताया है। सुसाइड नोट मिलने के बाद स्कूल पहुंचने परिवारीजनों ने वहां तोड़फोड़ की। प्रधानाचार्य के साथ भी हाथापाई की। प्रधानाचार्य ने 100 नम्बर पर सूचना देकर पुलिस बुलाई। छात्र के पिता ने स्कूल प्रशासन व क्लास टीचर के खिलाफ तहरीर दी है। इंस्पेक्टर ने कहा है कि तहरीर मिली है जांच की जा रही है। शाहपुर के मोहनापुर निवासी रविप्रकाश बापू इंटर कालेज पीपीगंज में शिक्षक हैं। उनका इकलौता बेटा 12 साल का नवनीत प्रकाश शाहपुर स्थित सेन्ट एंथोनी स्कूल में पांचवी कक्षा में पढ़ता था। 15 सितंबर को उसने घर पर जहर खा लिया था। उस दिन पिता स्कूल गए थे। मां बाजार गई थी। घर पर अकेले नवनीत ही था। बाजार से जब मां लौटी और बेटे को देखा तो चीख पड़ी उसके मुंह से झाग निकल रहा था वह तड़प रहा था। मां की चीख सुनकर पहुंचे कालोनी के लोगों ने नवनीत को बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया। उपचार के दौरान बुधवार को नवनीत ने दम तोड़ दिया। स्टडी टेबल पर मिली मौत की चिट्ठी, नवनीत की मौत के बाद परिवारीजनों ने उसके बैग और नोट बुक आदि की छानबीन की तो स्टडी टेबल पर एक सुसाइड नोट मिला, उसे पढ़कर मां-बाप सन्न रह गए। सुसाइड नोट से मौत की वजह सेंट एंथोनी स्कूल के क्लास टीचर को ठहराया गया था।