मेलबोर्न। विश्व भर में बड़ी सड़क परियोजनाओं में भारी वृद्धि से पर्यावरण एवं अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच सकता है। साइंस पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह आशंका जाहिर की गयी है। आस्ट्रेलिया के जेम्स कूक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विलियम लॉरेंस ने कहा, ‘‘हमने दुनिया भर की बड़ी सड़क परियोजनाओं का अध्ययन किया और पाया कि इनमें से कई परियोजनाओं में जोखिम की आशंका है।’’ उन्होंने कहा कि एशिया-प्रशांत, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में सड़क परियोजनाओं को सीमित करना सबसे जरूरी है। बारिश के कारण सड़कों में गड्ढे बन जाते हैं और बड़ी दरारें आ जाती हैं जो भविष्य में भूस्खलन के कारक बनते हैं। ये जल्दी ही धन की बर्बादी का जरिया हो जाते हैं। उल्लेखनीय है कि 2050 तक 2.5 करोड़ किलोमीटर नयी सड़कें बन जाने का अनुमान है। यह लंबाई पृथ्वी के 600 चक्करों से भी अधिक है।