नयी दिल्ली। सीबीआई ने दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा है कि एम्स में एबीबीएस प्रवेश परीक्षण का प्रश्न पत्र कथित तौर पर लीक होने के मामले में जब्त डिजिटल साक्ष्य को फोरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजा गया है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति सी हरि शंकर की पीठ के समक्ष दायर स्थिति रिपोर्ट में जांच एजेंसी ने कहा कि तिरुवनंतपुरम के ‘सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कम्यूटिंग’ :सीडीएसी: से रिपोर्ट की पतीक्षा की जा रही है। वहां साक्ष्य की जांच की जा रही है।
सीबीआई ने यह भी कहा कि वह संदिग्ध मोबाइल नंबरों से मिले कॉल डेटा रिकॉर्ड की जांच कर रही है। उसने कहा कि एम्स के सहायक परीक्षा नियंत्रक और लीक के बारे में जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति सहित कई लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। अदालत ने इस मामले में आगे की सुनवाई के लिए 15 दिसंबर की तारीख तय की।
दरअसल, एक जनहित याचिका में मांग की गई थी कि इस साल 28 मई को हुई एम्स एमबीबीएस परीक्षा के दौरान कथित अनियिमतताओं की अदालत की निगरानी में जांच कराई जाए।इसी साल अगस्त में सीबीआई ने पीठ से कहा था कि उसने कथित लीक मामले में जून महीने में मामला दर्ज किया है।