नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बिजली वितरण की जिम्मेदारी संभाल रही टाटा पावर डीडीएल को सौर ऊर्जा क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिये नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) से ह्यसोलर पावर वन-एह्ण रेटिंग मिली है। टाटा पावर और दिल्ली सरकार की संयुक्त उद्यम कंपनी दिल्ली के उत्तर और उत्तर पश्चिम क्षेत्र में बिजली वितरण का जिम्मा संभालती है। कंपनी को यह रेटिंग लाइसेंस क्षेत्र में 1.77 मेगावाट क्षमता के 15 सौर बिजली संयंत्रों लगाने, असम और अरूणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में सौर परियोजना प्रबंधन पहल आदि के लिये दी गयी है। टाटा पावर डीडीएल आज एक बयान में कहा कि यह लगातार दूसरा मौका है जब उसे मंत्रालय से ह्यसोलर पावर वन-ए (एसपी1ए) रेटिंग मिली है।
कंपनी का दावा है कि वह देश की पहली बिजली वितरण कंपनी है जिसे यह रेटिंग मिली है। कंपनी के अनुसार अक्षय ऊर्जा सेवा कंपनी श्रेणी समेत 2770 एजेंसियों को ह्यचैनल पार्टनर्सह्ण के रूप में पैनल में शामिल किया गया था। इसमें से केवल 39 शीर्ष संगठनों को ही ह्यएसपी 1 ए रेटिंग चैनल पार्टनर के रूप में पैनल में शामिल किया गया है। बयान के मुताबिक यह रेटिंग टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लि. (टाटा पावर डीडीएल) की सौर परियोजनाओं के क्षेत्र में उच्च प्रदर्शन क्षमता तथा उच्च वित्तीय क्षमता की पुष्टि करती है। इस बारे में कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा, हम देश में सौर ऊर्जा को सक्रियता से आगे बढ़ा रहे हैं। एमएनआरई से ह्यएसपी1एह्ण रेटिंग इसकी पुष्टि करती है। हम सौर बिजली के उपयोग तथा राष्ट्रीय सौर मिशन में अपना योगदान देते रहेंगे…।