नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं द्वारा अपने कार्यालय में महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोड़से का मंदिर बनाने और गोड़से की आवक्ष प्रतिमा स्थापित करने से आज विवाद उत्पन्न हो गया।हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने बताया, ‘‘हमने 9 नवंबर को जिला प्रशासन से नाथूराम गोड़से का मंदिर बनाने के लिये जमीन की मांगी थी। प्रशासन द्वारा इंकार किये जाने पर ग्वालियर के दौलतगंज क्षेत्र में स्थित अपने कार्यालय में ही गोड़से का मंदिर बनाया है।’’ पुलिस महानिरीक्षक :इंटेलिजन्स: मकरंद देऊस्कर ने बताया, ‘‘यह मामला हमारी जानकारी में आया है। जिला पुलिस अधीक्षक इस मामले को देख रहे हैं और कानूनी सलाह के बाद इस बारे में उचित कार्रवाई की जायेगी।’’
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा, ‘‘इस विवाद से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी निरादर हुआ है। इससे पहले मुरैना में महात्मा गांधी की प्रतिमा को आग लगायी गयी थी और अब महासभा ने बापू के हत्यारे का मंदिर ग्वालियर में बनाया है। हमारी मांग है कि इन लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दायर किया जाये।’’ वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले में ट्वीट किया, ‘‘बापू के हत्यारे का एक मंदिर ग्वालियर में शिवराज सिंह चौहान की नाक के नीचे बनाया गया है, जबकि चौहान गांधी के नाम पर ‘उपवास’ करने का नाटक करते हैं। यह एक शर्मनाक और निंदनीय कृत्य है।’’ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी देश की विरासत हैं और कांग्रेस को उन पर अपना एकाधिकार जमाने की कोशिश नहीं करनी चाहिये। इस मामले में यदि किसी ने कानून और संविधान का उल्लंघन किया है तो उस पर कानून की मुताबिक कार्रवाई होगी।’’ उधर, मेरठ से मिले समाचार के अनुसार हिन्दू महासभा ने हरियाणा के अम्बाला में स्थित कारागार जाने की अनुमति मांगी है।
महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि गृह मंत्री को डाक विभाग के माध्यम से भेजे गये मांग पत्र मे मांग की गई है कि कुछ नेता या कार्यकर्ताओं को अम्बाला जेल जाने की अनुमति प्रदान की जाये, जहां नाथू राम गोडसे और नारायण नाना आपटे को फांसी दी गयी थी।