जयपुर। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि अगले साल अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर निर्माण शुरु हो जाएगा। राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही शुरु होगा। इसके लिए हर तरह की सहमति बनाई जा रही है। अगली दिवाली पर देशवासी अयोध्या में भगवान राम की जन्मस्थली पर भगवान राम का भव्य मंदिर देख सकेंगे। दिवाली पर गर्भगृह का निर्माण शुरु हो जाएगा। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने यह बात सोमवार को यहां जयपुर के वर्ल्ड ट्रेड पार्क में आयोजित जयपुर डायलॉग्स में कही। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मसला चल रहा है। अगले महीने से इस मामले में रोज सुनवाई शुरु हो जाएगी। हमें उम्मीद है कि फैसला हिन्दू समाज के पक्ष में आएगा। एएसआई और दूसरे रिचर्स केन्द्रों ने अयोध्या में विवादित स्थल पर भगवान राम के मंदिर की बात मानी है और प्रमाण दिए हैं।
प्रमाणों में वहां भगवान राम का मंदिर होना बताया है, जिसे मुगल शासक बाबर के समय तोड़ दिया गया था। भगवान राम का मंदिर हिन्दू आस्था का सवाल है। किसी भी कीमत पर राम मंदिर का निर्माण होगा। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने यह भी कहा कि राम मंदिर परिसर में कोई मस्जिद नहीं बनेगी। मस्जिद बनेगी तो अयोध्या के बाहर बनेगी। राम-मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले के मुख्य पक्षकार शिया समाज इन सभी शर्तों के लिए तैयार है। वे इस जमीन पर हक त्यागने को कह चुके हैं। लेकिन वे चाहते हैं कि यह कोर्ट से फैसला हो जाए। नहीं तो ऐसे उन पर आरोप लगेंगे कि वे हिन्दुओं के हाथ बिक गए। गौरतलब है कि जयपुर डायलॉग्स फोरम की ओर से वर्ल्ड ट्रेड पार्क में तीन दिवसीय कार्यक्रम में देश की नामी हस्तियों, लेखकों, इतिहासकारों, वरिष्ठ पत्रकारों और सुरक्षा विशेषज्ञों ने देश की एकता, अखण्डता और धर्म विषय पर विचार रखे। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक जे.नंदकुमार, शैफाली वैद्य आदि ने भी स्वामी के साथ अपने विचार रखे। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में इस्लामी लेखक तारिक फतेह, रक्षा विशेषज्ञअता हसनैन, सुशांत सरीन, कश्मीर मामलात के एक्टिविस्ट सुशील पंडित, लेखक नरेन्द्र कोहली, वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता, आलोक मेहता आदि विचारकों ने अपने विचार रखे।