जयपुर। जयपुर डायलॉग्स के समापन सत्र में सोमवार को यहां जयपुर के वल्र्ड टÓेड पार्क में पाकिस्तान के निर्वाचित बलूच नेता और इस्लामी लेखक तारिक फतेह ने स्काइप के जरिए संबोधन दिया। तारिक फतेह ने कहा कि जब तक पाकिस्तान रहेगा, तब तक भारत के दुख बढ़ते रहेंगे। भारत को पाकिस्तान को सबक सिखाने के कई मौके मिले, लेकिन इन्हें भुना नहीं सका। 1971 के युद्ध में भारत ने बड़ा मौका खो दिया। 90 हजार पाक सैनिक भारतीय सेना के कब्जे में थे। लेकिन भारत अपने दुश्मन को ढंग से पहचान नहीं पाया। जब सिंध ही भारत से चला गया तो हिन्द कहां रहा। हिन्द तभी कहलाएगा, जब सिंध भारत के पास रहेगा।
फतेह ने कहा कि भारत के पास पाकिस्तान को खत्म करने के दो मौके हैं। आज बलूचिस्तान में नरसंहार हो रहा है। बलूचिस्तान के लोग भारत की तरफ आशा की निगाहों से देखते हैं। भारत के दुश्मन संसद में बैठे हैं। बलूचिस्तान आजाद मुल्क था, जिस पर पाकिस्तान ने कब्जा जमा लिया। भारत इस मामले में पाकिस्तान को घेरे। तारिक फतेह ने यहां तक कह दिया कि पाकिस्तान को तोडऩे के लिए भारत ध्यान लगाए। इससे बलूचिस्तान को आजादी मिलेगी तो भारत को भी आतंकवाद से राहत मिल सकेगी। जयपुर डायलॉग्स के अंतिम सत्र में तारिक फतेह के अलावा राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी, आरएसएस के जे.नंदकुमार, शैफाली वैद्या के संबोधन हुए।
– सत्ता के लालच में कुछ लोगों ने भारत को डिमोरलाइज किया
समापन सत्र में आरएसएस के प्रचारक जे.नंदकुमार ने कहा कि आजादी के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल के साहसिक फैसलों से देश का एकीकरण हुआ। वैसे भारत प्राचीन समय से एक था। लेकिन आजादी के पहले दिन कहा गया कि भारत निर्माणाधीन देश है। यह विचार देकर शुरुआत में ही गलती कर दी गई।