नई दिल्ली : बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुजरात विधानसभा में अपनी पार्टी के 50 उम्मीदवार उतारकर भाजपा की मदद करना चाह रहे हैं। तेजस्वी ने आज यहां कहा कि नीतीश जी बार-बार दोहरा रहे हैं कि भाजपा गुजरात चुनाव जीतेगी। अब कह रहे हैं कि जदयू गुजरात में अकेले 50 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि वह अब आप यह बताये कि अगर भाजपा वहाँ जीत रही है तो नीतीश वहाँ क्या हारने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं? अगर भाजपा हार रही है तो क्या उन्हें जिताने के लिए लड़ रहे हैं? क्या जनता बेवक़ूफ़ है। तेजस्वी ने कहा कि जदयू के लोग अब यह मत कहें कि राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी को मज़बूत कर रहे हैं, क्योंकि नीतीश जी को प्रधानमंत्री बनाना है।
उन्होंने नीतीश कुमार पर आरएसएस का ‘पिछलग्गू’ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उतरप्रदेश चुनाव आप भाजपा को जिताना चाहते थे, इसलिए वहाँ जदयू ने चुनाव नहीं लड़ा क्योंकि आप लड़ते तो कुर्मी वोट आपको पड़ता। दिल्ली नगर निगम का चुनाव इसलिए लड़ा, क्योंकि हर वार्ड में आपको जो 100-50 वोट मिले और आम आदमी पार्टी का वोट काटकर भाजपा को फ़ायदा पहुँचाया। तेजस्वी ने नीतीश पर आरोप लगाया कि गुजरात में अब पटेल वोट काटने के चक्कर में भाजपा के कहे अनुसार वहाँ जा रहे हैं, जिसका अपना कोई आधार नहीं होता वो दर-दर ऐसे ही आधारहीन घूमता है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश बोल रहे थे मीरा कुमार को हराने के लिए यूपीए ने उम्मीदवार बनाया है। अगर यही उनका तर्क था तो वे गुजरात चुनाव क्या मुख्यमंत्री बनने के लिए लड़ रहे हैं? अजीब तर्क है। तेजस्वी ने कहा कि जदयू के लोग बताये कि नीतीश जी प्रधानमंत्री तो छोड़ो क्या अगले विधानसभा चुनाव में राजग की ओर से बिहार में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे या नहीं? उन्होंने पूछा कि अगर भाजपा ने नीतीश को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं माना तो क्या वे भाजपा से गठबंधन तोड़ लेंगे? तेजस्वी ने पूछा कि क्या जदयू में अकेले अगला बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का सामर्थ्य है?