मुम्बई : संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘‘पद्मावती’’ की रिलीज के विरोध के बीच विभिन्न फिल्म एसोसिएशनों के सदस्यों ने देश में रचनात्मक स्वतंत्रता की स्थिति को लेकर चिंता जतायी है। भारतीय फिल्म और टेलीविजन निर्देशक संस्था (आईएफटीडीए) के साथ देशभर में फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री की अन्य 19 संस्थाओं ने कल 15 मिनट के लिए शूटिंग बंद करके यहां फिल्म सिटी में आयोजित विरोध प्रदर्शन ‘मैं आजाद हूं?’ में हिस्सा लिया।
कई राजपूत समूहों ने इस फिल्म के खिलाफ आवाज उठाते हुए आरोप लगाया है कि पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के चरित्रों के बीच एक रोमांटिक ड्रीम सीन को फिल्माकर तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है। हालांकि भंसाली ने इस तरह के दावों को खारिज किया है। ‘‘पद्मावती’’ के निर्माताओं ने विवाद के मद्देनजर इस फिल्म की एक दिसम्बर को प्रस्तावित रिलीज को टाल दिया है। फिल्म निर्माता और आईएफटीडीए के संयोजक अशोक पंडित ने कहा कि इस तरह के विरोध केवल ‘‘पद्मावती’’ तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह अब एक चलन बन गया है।
पंडित ने कहा, ‘‘यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, पूरी फिल्म और टीवी इंडस्ट्री पर हमला है। हम भयभीत और आश्चर्यचकित है कि हमें फिल्म प्रेमियों के अलावा देश के किसी हिस्से से इस तरह का समर्थन नहीं मिल रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हर तीन महीने में एक फिल्म को प्रतिबंधित कर दिया जाता है। इंडस्ट्री की कार्य पद्धति को लेकर हमें डर है। हम इसका विरोध कर रहे है। हमें अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए।’’ ‘‘पद्मावती’’ में दीपिका पादुकोण,शाहिद कपूर और रणवीर सिंह मुख्य भूमिकाओं में है। इस फिल्म को कई राजनीतिक और राजपूत समूहों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे भाजपा शासित राज्य पहले ही इस फिल्म के बारे में संदेह को जाहिर कर चुके हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपना काम करने दें, हमें लिखने दें और हम उस रूप में फिल्मों को बनायेंगे जिसमें हम चाहते हैं लेकिन इस तरह के विरोध का चलन शुरू होने के बाद करणी सेना और इस जैसे कई समूह इस पर भी निर्णय लेना शुरू कर देंगे कि पटकथा कैसे लिखी जानी चाहिए।’’ इस विरोध में इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूर्स एसोसिएशन, वेस्टर्न इंडियन सिनेमाटोग्राफर्स एसोसिएशन, स्क्रीन राइटर्स एसोसिएशन, द फिल्म एंड टेलीविजन प्रोडूयर्स गिल्ड आफ इंडिया लिमिटेड, एसोसिएशन ऑफ वायस आर्टिस्टस, सिने कास्टूयम एंड मेकअप आर्टिस्ट एंड हेयर ड्रेसर्स एसोसिएशन, सिने सिंगर एसोसिएशन आदि ने हिस्सा लिया।