पहले और अंतिम सत्र की आंशिक सफलता को छोड़ दिया जाए तो श्रीलंका के गेंदबाजों को दिन के खेल के दौरान अधिकांश समय जूझना पड़ा। भारत ने पहले सत्र में 27 ओवर में दो विकेट पर 116, दूसरे सत्र में 30 ओवर में बिना विकेट खोए 129 जबकि तीसरे और अंतिम सत्र में 33 ओवर में दो विकेट पर 126 रन जोड़े। श्रीलंका को बायें हाथ के चाइनामैन स्पिनर लक्षण संदाकन (110 रन पर दो विकेट) ने अंतिम ओवरों में वापसी दिलाई। लाहिरू गमागे (68 रन पर एक विकेट) और आफ स्पिनर दिलरूवान परेरा (97 रन पर एक विकेट) ने भी एक-एक विकेट हासिल किया। संदाकन की गेंदबाजी में हालांकि अनुशासन की कमी दिखी और उन्होंने छह नोबाल फेंकी।
कोहली ने बल्लेबाजी के लिए अनुकूल दिख रही फिरोजशाह कोटला की पिच पर टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन सुबह के सत्र में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (23) और चेतेश्वर पुजारा (23) के विकेट जल्दी गंवा दिए। इन दोनों को मलाल होगा कि वे जमने के बाद बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। कोहली और विजय ने हालांकि इसके बाद मेहमान टीम के गेंदबाजों को 65.4 ओवर तक सफलता से महरूम रखा। ये दोनों बल्लेबाज श्रीलंका के गेंदबाजों पर पूरी तरह से हावी होकर खेले। भारत को विजय और धवन की जोड़ी ने सकारात्मक शुरूआत दिलाई। विजय ने सुरंगा लकमल के पहले ही ओवर में लगातार दो चौकों के साथ खाता खोला जबकि धवन ने भी इस तेज गेंदबाज पर चौका मारा।
धवन ने दिलरूवान परेरा पर भी दो चौके मारे लेकिन इसी आफ स्पिनर का 100वां टेस्ट शिकार बने। परेरा की गेंद को स्वीप करने की कोशिश में धवन हवा में खेल गए और लकमल ने डीप बैकवर्ड स्क्वायर पर कैच लपका। इस दौरान लकमल का जूता भी निकल गया लेकिन उन्होंने कैच पकड़ने में कोई गलती नहीं की। नागपुर में दूसरे टेस्ट में 128 रन की पारी खेलने वाले विजय इससे पहले 12 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब लकमल की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर तीसरी स्लिप और गली के बीच से चार रन के लिए चली गई।
विजय और पुजारा ने 13वें ओवर में भारत का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। पुजारा ने सतर्क शुरूआत के बाद परेरा पर दो चौके मारे जबकि लाहिरू गमागे और लक्षण संदाकन की गेंद को भी बाउंड्री के दर्शन कराए। वह हालांकि जब अच्छी लय में दिख रहे थे तब श्रीलंका के जाल में फंस गए। गमागे ने पुजारा के लिए लेग स्लिप लगाई थी और भारतीय बल्लेबाज ने पैड पर आई इस तेज गेंदबाज की गेंद पर वहीं सदीरा समरविक्रम को कैच थमा दिया। इस समय टीम का स्कोर दो विकेट पर 78 रन था। कप्तान कोहली ने आते ही गमागे पर चौके के साथ खाता खोला। उन्होंने बायें हाथ के चाइनामैन स्पिनर संदाकन पर चौके के साथ 24वें ओवर में भारत के रनों का शतक पूरा किया।
विजय ने 67 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जब उन्होंने लकमल की गेंद को एक रन के लिए खेला लेकिन प्वाइंट पर खडे दिमुथ करूणारत्ने के ओवरथ्रो पर गेंद बाउंड्री पार कर गई। लंच के बाद कोहली और विजय श्रीलंकाई गेंदबाजों पर पूरी तरह हावी रहे। कोहली लकमल पर चौके के साथ 25 रन के आंकड़े को छूते ही टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन पूरे करने वाले 11वें भारतीय बल्लेबाज बने। उन्होंने 105वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल की। भारत के लिए कोहली से कम पारियों में 5000 टेस्ट रन सुनील गावस्कर (95), वीरेंद्र सहवाग (99) और सचिन तेंदुलकर (103) ही बना पाए हैं।
कोहली ने गमागे के ओवर में तीन चौकों के साथ सिर्फ 52 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। यह टेस्ट क्रिकेट में उनका सबसे तेज अर्धशतक है। कोहली ने विजय के साथ मिलकर 46वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। विजय ने संदाकन पर कवर डाइव से चौके के साथ 163 गेंद में लगातार दूसरा शतक और करियर का 11वां शतक पूरा किया।
कोहली ने भी चाय के बाद परेरा की गेंद पर एक रन के साथ कोटला पर अपना पहला, मौजूदा श्रृंखला का लगातार तीसरा और कुल 20वां शतक पूरा किया। कोलकाता में पहली पारी में खाता खोलने के नाकाम रहे कोहली ने दूसरी पारी में नाबाद 104 और फिर नागपुर में 213 रन की पारी खेली थी।
विजय 122 रन के स्कोर पर बाल-बाल बचे जब कामचलाऊ आफ स्पिनर धनंजय डिसिल्वा की गेंद ने उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लिया लेकिन शार्ट मिड आन पर श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांदीमल तक नहीं पहुंची। भारत के 300 रन 72वें ओवर में पूरे हुए। श्रीलंका ने 80 ओवर के बाद भी दूसरी नयी गेंद नहीं ली जिसका उसे फायदा मिला। विजय ने संदाकन की गेंद पर एक रन के साथ 251 गेंद में 150 रन पूरे किए। कोहली ने भी डिसिल्वा की गेंद पर तीन रन के साथ 178 गेंद में यह उपलब्धि हासिल की। विजय हालांकि इसके बाद संदाकन की गेंद निरोशन डिकवेला के हाथों स्टंप हो गए। संदाकन ने अगले ओवर में अजिंक्य रहाणे (01) को भी स्टंप कराया जो मौजूदा श्र्ंखला की लगातार चौथी पारी में दोहरे अंक में पहुंचने में विफल रहे।
इससे पहले भारत ने दो बदलाव करते हुए लोकेश राहुल और उमेश यादव की जगह शिखर धवन और मोहम्मद शमी को मौका दिया जबकि श्रीलंका ने तीन बदलाव करते हुए दासुन शनाका, लाहिरू थिरिमाने और चोटिल रंगना हेराथ की जगह डिसिल्वा, रोशन सिल्वा और संदाकन को मौका दिया।
नयी दिल्ली : कप्तान विराट कोहली के लगातार तीसरे और सलामी बल्लेबाज मुरली विजय के लगातार दूसरे शतक और दोनों के बीच तीसरे विकेट की बड़ी शतकीय साझेदारी से भारत ने श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन आज यहां चार विकेट पर 371 रन बनाकर अपना पलड़ा भारी रखा। कोहली ने 186 गेंद में 16 चौकों की मदद से 156 रन की नाबाद पारी खेलने के अलावा विजय (267 गेंद में 155 रन, 13 चौके) के साथ तीसरे विकेट के लिए 283 रन की साझेदारी भी की। दिन का खेल खत्म होने पर रोहित शर्मा छह रन बनाकर कोहली का साथ निभा रहे थे। यह पहला मौका है जब भारत में दो बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में किसी दिन के खेल के दौरान 150 से अधिक रन बनाने में सफल रहे।