नयी दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने आज यहां तिहाड़ जेल के अधिकारियों को निर्देश दिया कि विवादास्पद मीट कारोबारी मुइन अख्तर कुरैशी द्वारा दाखिल आवेदन पर 12 दिसंबर तक स्थिति रिपोर्ट दाखिल की जाए। कुरैशी ने कथित गैंगस्टर नीरज बवाना से खतरा होने का दावा किया था। काले धन को सफेद में बदलने के एक मामले में केंद्रीय जेल में बंद कुरैशी ने आरोप लगाया है कि उन्हें उसी जेल में बंद बवाना से धमकियां मिल रही हैं। विशेष न्यायाधीश अरुण भारद्वाज ने अधिकारियों को पांच दिन का समय दिया जिन्होंने अपनी रिपोर्ट दाखिल करने के लिए थोड़ा और वक्त मांगा था। भारद्वाज ने इस संबध में पहले जेल अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी।
अदालत 12 दिसंबर को कुरैशी की जमानत अर्जी पर अपना आदेश सुना सकती है। सात नवंबर को दाखिल अपने आवेदन में कुरैशी ने कहा था, ‘‘मुझे जनरल वार्ड से अति-जोखिम वाले वार्ड में भेज दिया गया है जहां खूंखार अपराधी हैं। इनमें बलात्कार और आतंकवाद के आरोपी भी हैं। वहीं मुझे बवाना से उसके साथियों के माध्यम से धमकी मिली। वह भी उसी जेल में बंद है।’’ कुरैशी ने यह आरोप भी लगाया कि उसके परिवार को भी धमकियां मिली हैं।