Police

जयपुर। सिरसा-हरियाणा स्थित गुरमीत रामरहीम के डेरे से 28 मार्च, 2015 को गायब हुई जयपुर की महिला गुड्डी देवी पत्नी कमलेश रैगर को ढूंढने में असफल रही राजधानी की पुलिस ने गुरुवार को राजस्थान हाईकोर्ट में हाथ खड़े कर दिये। न्यायाधीश महेंद्र माहेश्वरी की एकलपीठ को जवाहर सर्किल थानाधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच जल्दी ही सीबीआई या एसओजी को सौंपी जा सकती है। हरियाणा-पंजाब में रामरहीम से जुडे समान प्रकृति के ऐसे करीब 45 अन्य मामलों की जांच सीबीआई या एसओजी कर रही है। ऐसे हालात में इस मामले को भी इनमें से किसी एजेन्सी को सौंपने पर विचार किया जा रहा है। जांच सौंपने को लेकर डीजीपी सहित अन्य उच्चाधिकारियों से वार्ता चल रही है। इसलिए मामले की सुनवाई एक माह के लिए टाल दी जाए। बाद में हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई एक माह के लिए टाल दी।

याचिकाकर्ता कमलेश के अधिवक्ता बाबूलाल बैरवा एवं गिरिराज प्रसाद मेहरा ने हाईकोर्ट को बताया कि याची परिवार सहित 24 मार्च, 2०15 को उपरोक्त डेरे पर गए थे। वहां 28 मार्च को उसकी पत्नी डीपीएस दत्ता के बुलाने पर रामरहीम के पास गई थी। जहां से उसका कोई अता-पता नहीं है। मामले में पुलिस ने कोई जांच नहीं कर कोर्ट में एफआर पेश कर दी। ट्रायल कोर्ट ने एफआर अस्वीकार कर पुलिस को एक माह में जांच पूरी कर रिपोर्ट पेश करने को कहा था। लेकिन पुलिस ने अब तक कोई प्रभावी अनुसंधान नहीं किया है।

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