सीएम राजे ने कहा बाड़ा पदमपुरा की जमीन नहीं होगी अवाप्त
जयपुर। जयपुर के शिवदासपुरा में प्रस्तावित एयरपोर्ट के लिए प्रसिद्ध जैन स्थल बाड़ा पदमपुरा की जमीन को अवाप्त करने के विरोध में जैन समाज और जैन मुनियों के विरोध के आगे भाजपा सरकार चित हो गई है। अवाप्ति के विरोध में कड़वे वचन के तौर पर जाने वाले जैन मुनि तरुण सागर महाराज ने सर्व समाज के साथ मिलकर विरोध का ऐलान कर चुका है। इस विरोध को देखते हुए सीएम वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को संत मुनि तरुण सागर महाराज को सीएम हाउस में प्रवचन के लिए बुलाया और वहां तरुण सागर महाराज से कहा कि इस राज में बाड़ा पदमपुरा-बरखेड़ा की जमीन अवाप्त नहीं होगी। हमारी सरकार किसी भी धार्मिक स्थल को नुकसान नहीं पहुंचा सकती और ना ही इस राज में कुछ इस तरह की कार्रवाई होने देगी।
राजे ने यह भी कहा कि जब मुनि तरुण सागर महाराज ने कह दिया है कि बाडा पदमपुरा-बरखेडा की जमीन नहीं ली जानी चाहिए तो वह पत्थर की लकीर है। हम बाड़ा पदमपुरा के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करेंगे और ना ही इसकी जमीन अवाप्त होने दी जाएगी। राजे ने यह भी कहा कि जैन समाज पहले आकर बता देता तो बात आगे नहीं बढ़ती। उधर, सीएम राजे के भाषण के बाद मुनि तरुण सागर महाराज ने कहा कि राजे सरकार के पास मंत्रिमण्डल है तो हमारे पास भी कमण्डल है। वैसे सरकार सह्रदय और विनम्र है। समाज की मांग मान ली है। वहीं सीएम राजे के बाडा पदमपुरा को अवाप्ति से मुक्ति करने के आश्वासन के बाद 24 दिसम्बर को जयपुर में होने वाले जैन समाज के मौन जुलूस को स्थगित कर दिया है। गौरतलब है कि शिवदासपुरा एयरपोर्ट के लिए सरकार के बाडा पदमपुरा-बरखेडा की जमीन अवाप्ति प्रक्रिया का जैन समाज विरोध कर रहा है। जैन मुनि तरुण सागर महाराज समेत अन्य मुनियों ने भी इसे गलत बताते हुए किसी भी कीमत पर जमीन नहीं देने का ऐलान कर दिया। इसके विरोध में विरोध प्रदर्शन भी होने लगे। विरोध तेज होने पर सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा।