Vidyadhar Nagar accident: Mayor should be given a morality based on resignation: Singhania

जयपुर। जयपुर नगर निगम उपनेता प्रतिपक्ष धर्मसिंह सिंघानिया ने कहा कि जयपुर शहर में आयेदिन हो रही दुर्घटनाओं से नगर निगम की छवि धूमिल व कलंकित हो रही है, लेकिन उसके बावजूद भी महापौर व निगम प्रशासन के द्वारा शहर की व्यवस्था को लेकर ठोस निर्णय नहीं लिये गये। हाल ही में दिनांक 13.01.2018 को जो विद्याधर नगर आगजनी में मौके पर ही पांच लोगों की मौत हुई हैं, उसका जिम्मेदार महापौर एवं निगम प्रशासन है क्योंकि उस आगजनी में निगम की फायर गाडियां समय पर पहुंच जाती तो शायद यह घटना इतनी बड़ी घटित नहीं होती। इस घटना से निगम के छोटे अधिकारियों पर कार्यवाही करके इतिश्री कर लेना, इस परिवार व षहरवासियों के लिये बिल्कुल भी उचित नहीं है, जबकि इस घटना की उच्च स्तर पर जांच कमेटी बनाकर, दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जानी चाहिये थी और महापौर को अपनी इस गलती के लिये नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए था, लेकिन एक तरफ तो निगम के महापौर स्मार्ट सिटी को लेकर बडी-बड़ी बातें करते हैं और दूसरी तरफ जयपुर शहर में ऐसी घटनायें घटित होने पर, ना तो निगम के पास उचित संसाधन है और ना ही मौके पर अधिकारी व कर्मचारी समय पर पहुंचते हैं।

सिंघानिया ने कहा कि महापौर व अन्य भाजपा मंत्री सिर्फ अपनी नेतागिरी चमकाने के चक्कर में ऐसे आपातकाल विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को स्वच्छता सर्वेक्षण में लगा दिया, जबकि इन अधिकारियों को इन जैसे कार्यों से दूर रखना चाहिये। क्योंकि ऐसी घटनायें कभी भी, कहीं भी, किसी भी समय हो सकती हैं और इनका उस क्षेत्र में जाना और समय रहते बचाव कार्य करना अति आवष्यक है लेकिन महापौर व मंत्रीयों के दबाव के कारण वो अपना मुख्य कार्य छोड़कर दूसरे सिंघानिया ने कहा कि विद्याधर नगर आगजनी की घटना के जिम्मेदार महापौर अषोक लाहोटी के इस्तीफे की मांग को लेकर आज कांग्रेस पार्षद दल नगर निगम मुख्यालय में पहुंचा और महापौर के इस्तीफ की मांग को लेकर मौन धरना दिया।  इस धरने में पार्षद-धर्मसिंह सिंघानिया, कजोड़ सैनी, मंजू षर्मा, सुमन गुर्जर, मोहन मीणा, रमेष बैरवा, मो. षफीक इत्यादि शामिल हुये।

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