जयपुर। लगता है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी केबिनेट से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व उसके सहयोगी संगठनों से टकराव बढ़ता ही जा रहा है। संघ व सहयोगी संगठनों की किसानों, आम-आदमी, श्रमिकों से जुड़ी मांगों पर कोई ध्यान नहीं देने से वे भी बागी तेवर दिखाने लगे हैं। गुरुवार को आम बजट में भी मोदी सरकार ने जब इनकी मांगों पर कोई प्रावधान नहीं रखे थे तो इन्होंने बागी तेवर अपनाते हुए शुक्रवार को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किया है। भारतवर्ष ने भारतीय मजदूर संघ, जन-जागरण मंच व दूसरे सहयोगी संगठनों ने आम बजट को किसान-श्रमिक व जनता विरोधी करार दिया है।
इसके लिए आंदोलन का ऐलान किया है। इस विरोध आह्वान में अप्रत्यक्ष तौर पर आरएसएस का भी समर्थन बताया जा रहा है। जयपुर में भी मजदूर संघ के कार्यकतार्ओं ने बड़ा प्रदर्शन किया। केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इनका आरोप है कि मध्यम वर्ग, श्रमिकों व नौकरी-पेशा वर्ग को फायदा देने के लिए एक भी प्रावधान नहीं रखा है। महंगाई के इस दौर में सरकार का यह कृत्य जनता के साथ धोखा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।