जयपुर। राज्य विधानसभा का बजट सत्र पहले दिन ही हंगामेदार रहा। विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए गवर्नर कल्याण सिंह के अभिभाषण के दौरान हंंगामे, नारेबाजी शुरु कर दी। वैल में आ गए। व्यवधान को देख संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ के आग्रह पर गर्वनर ने अभिभाषण का अंतिम पैरा पढ़कर अभिभाषण को पढ़ा हुआ मान लिया। अभिभाषण के दौरान हनुमान बेनीवाल, कांग्रेस के रमेश मीणा, गोविन्द सिंह डोटासरा आदि ने राज्य सरकार पर नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए किसानों की कर्ज माफी व सुसाइड करने, बेकारी दूर नहीं होने, महिला व दलितों पर अत्याचार, विकास कार्य ठप होने, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के मुद्दों पर घेरा।
हनुमान बेनीवाल किसान कर्जमाफी व बिजली बिल को लेकर तख्तियां लेकर वैल में आ गए। वे अभिभाषण के दौरान गवर्नर से कुछ आग्रह भी करते रहे। अभिभाषण के बाद भी सत्ता व विपक्ष के सदस्यों में काला कानून, बिगड़ती कानून व्यवस्था, किसान सुसाइड केस को लेकर बहस होती रही। बाद में कुछ पूर्व सदस्यों के निधन पर शोकाभिव्यक्ति व्यक्त करते हुए सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह ग्यारह बजे तक स्थगित कर दी गई।