जयपुर। राजस्थान विधानसभा में एक-दूसरे के खिलाफ आग उगलने वाले बयान देने वाले दो विधायक अलग ही मूड में दिखे। आज वे सदन में आरोप-प्रत्यारोप के बजाय हंसी ठिठौली कर रहे थे। यह देख सदन में मौजूद दूसरे सदस्य और मंत्री भी अचरज से देखने लगे। मीडिया व दर्शक दीर्घा में बैठे पत्रकार व दर्शक भी यह नजारा देख हैरान हो गए। सदन की कार्यवाही को भूल वे सभी दोनों नेताओं के हाव-भाव देखने लगे। हालांकि कुछ समय के लिए यह नजारा देखने को मिला। सदन में सत्ता पक्ष के दो दिग्गज वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी और पंचायती राज विकास मंत्री राजेन्द्र राठौड़ की जुबानी लड़ाई जगजाहिर है।
वे एक-दूसरे पर जुबानी हमले करने से नहीं हिचकते। तिवाड़ी सरकार पर हमला करते हैं तो सिर्फ राठौड़ ही जो उनके आरोपों को जवाब देते हैं और बराबर लोहा लेते हैं। कई बार व्यक्तिगत हमले भी होते रहते हैं। जिसे देखकर लगता है कि शायद सदन के बाहर भी इनके रिश्ते भी ऐसे ही रहते होंगे, लेकिन आज जिस तरह से मंत्री अरुण चतुर्वेदी और कालीचरण सराफ के साथ बैठे राजेन्द्र राठौड़ एकदम से उठे और कागजों में व्यस्त दिख रहे वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी के पास जाकर बैठने का आग्रह किया।
यह देख एकबारगी तो तिवाड़ी को आश्चर्य हुआ, लेकिन उन्होंने पास बैठाया। उनके हावभाव को देखकर लग रहा था कि वे किसी बात को लेकर हंस रहे थे। राठौड़ ने कालीचरण सराफ की तरफ इशारा करके तिवाड़ी को कुछ कहा तो तिवाड़ी ने सराफ की तरफ देखा तो वे भी मुस्करा उठे। यह दृश्य देख हर कोई अचंभित हो गया। यह संदेह भी साफ दे दिया कि सदन में बोलते समय भले ही आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे, लेकिन सदन के बाहर उनके बीच मित्रव्रत व्यवहार है।