नयी दिल्ली, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) हीरा कारोबारी नीरव मोदी तथा गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चोकसी की विदेशी संपत्तियों व कारोबार के बारे में दर्जन से भी अधिक देशों से जानकारी मांगेगा। इस बारे में जल्द ही अनुरोध पत्र भेजने की तैयारी की जा रही है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एजेंसी इस बारे में मुंबई में सक्षम अदालत से संपर्क कर इस संबंध में अनुरोध पत्र (एलआर) जारी करने का आग्रह करेगी। ये अनुरोध पत्र उन 15-17 देशों को भेजे जाने है जहां उसे नीरव मोदी, उसके मामा चोकसी व उनसे सम्बद्ध अन्य लोगों के स्वामित्व वाली फर्मों के हीरा व स्वर्ण आभूषण कारोबार होने के संकेत मिले हैं। उक्त देशों में बेल्जियम, हांगकांग, स्विटजरलैंड, अमेरिका, ब्रिटेन, दुबई, सिंगापुर व दक्षिण अफ्रीका शामिल है। सूत्रों ने कहा कि एजेंसी से एजेंसी स्तर पर सूचनाएं प्रदान करने के कुछ आग्रह भी विभिन्न देशों को भेजे जाएंगे।
इस तरह के अनुरोध पत्र भेजने का उद्देश्य नीरव मोदी व चोकसी की विदेशी वित्तीय आस्तियों का ब्यौरा हासिल करना है। उल्लेखनीय है कि पीएनबी में 11,400 करोड़ रुपये के चर्चित धोखाधड़ी मामले में नीरव मोदी, चोकसी को ही मुख्य कर्ता धर्ता माना जा रहा है। विदेशों से उनके बैंक खातों, संपत्तियों, भागीदारियों, शोरूम, ट्रस्टों और अन्य परिसंपत्तियों की जानकारी मांगी जायेगी। इस बीच नीरव मोदी, उसकी पत्नी एमी तथा चोकसी को प्रवर्तन निदेशालय ने कल उसके मुंबई कार्यालय में हाजिर होने का सम्मन जारी किया है। सूत्रों ने अनुसार अगर इस सम्मन की तामील नहीं होती है तो निदेशालय पीएमएलए की अदालत में अर्जी देकर गैर जमानती वारंट जारी करने का आग्रह कर सकता है। एजेंसी ने पंजाब नेशनल बैंक के अलावा 16 अन्य बैंकों से भी मोदी, चोकसी और उनकी कंपनियों को दिये गये कर्ज और गारंटी का ब्यौरा मांगा है।