रांची, केन्द्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस एवं कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान’ ने आज यहां कहा कि एलपीजी कनेक्शन देने के मामले में झारखंड ने काफी अच्छा काम किया है और झारखण्ड देश का पहला राज्य है जहां एलपीजी कनेक्शन के साथ चूल्हा और पहली रिफिल मुफ्त दी जा रही है। केन्द्रीय मंत्री ने आज यहां एक सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि पिछड़ा राज्य होने के बाद भी उज्जवला योजना से जुड़े यहां के गरीब परिवार सालाना औसतन तीन रिफिल करवा रहे हैं। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। प्रधान ने कहा कि उज्जवला योजना की सफलता को देखते हुए इस साल ’केंद्र सरकार ने निशुल्क एलपीजी कनेक्शन का लक्ष्य पांच करोड़ से बढ़ाकर आठ करोड़ कर दिया है।’ मार्च 2020 तक इस लक्ष्य को हासिल कर लिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि अब तक 3 करोड़, चालीस लाख गरीब परिवारों तक एलपीजी कनेक्शन पहुंचा दिया गया है। अब झारखंड के रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो में स्वच्छ ईंधन पहुंचाने के उद्देश्य से जल्द ही पाइपलाइन के माध्यम से एलपीजी गैस उपलब्ध कराने की शुरुआत की जायेगी। उन्होंने कहा, ’कोल मिथेन गैस से राज्य के घरेलु उपभोक्ताओं के साथ उद्योगों व परिवहन उद्योग को भी लाभ होगा।’ कार्यक्रम में सांसद जगदंबिका पाल, महेश पोद्दार, राज्य 20 सूत्री उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद, पेट्रोलियम मंत्रालय के संयुक्त सचिव आशुतोष जिंदल, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के प्रोफेसर केआर स्मिथ, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के सीएमडी एमके सुराना, इंडियन ऑयल के अध्यक्ष संजीव सिंह, बीपीसीएल के निदेशक मार्केटिंग, आरडीआइ की सीइओ मीता प्रियदर्शिनी, पर्यावरणविद डॉ सुनीता नारायणन समेत बड़ी संख्या में गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।