इंदौर. गुलाबी वर्दी पहनने वाली 25 महिला कर्मचारी बिजली के मीटर पढ़कर बिल बनायेंगी, उपभोक्ताओं से इनकी राशि वसूलेंगी और बिजली की लाइन भी सुधारेंगी। रोजगार की लैंगिक रूढ़ियां तोड़ने वाली ये महिलाएं मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के स्थानीय अरण्य नगर स्थित ष्पिंक बिजली जोनष् की सर्वे.सर्वा हैंए जिसे देश में अपनी तरह का पहला बिजली जोन बताया जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आज यहां इस बिजली जोन की औपचारिक शुरूआत की गयी। इस जोन में नियुक्त ष्लाइनवुमैनष् दीक्षा पटेल और अन्य महिला कर्मचारी जब गुलाबी गाड़ी में सवार होकर बिजली लाइन की मरम्मत के लिये अरण्य नगर क्षेत्र में पहुंचींए तो आधी आबादी को रोजगार के नये अवतार में देखकर लोग दंग रह गये।
अपने पेशेवर काम को लेकर उत्साहित दीक्षा ;23द्ध ने ष्पीटीआई.भाषाष् से कहाए ष्अब रोजगार के अधिकांश क्षेत्रों में पुरुषों का वर्चस्व खत्म हो रहा हैण् महिलाएं आज हवाई जहाज भी उड़ा रही हैंए तो खम्भे पर चढ़कर बिजली की लाइन सुधारना कौन.सा बड़ा काम है।ष् प्रदेश सरकार की बिजली वितरण कम्पनी के प्रबंध निदेशक ;एमडीद्ध आकाश त्रिपाठी ने बताया कि अरण्य नगर के ष्पिंक बिजली जोनष् में नियुक्त 25 महिला कर्मचारी 60ए000 की आबादी वाले इलाके के 13ए000 बिजली कनेक्शनों की देख.रेख करेंगी।
उन्होंने कहाए ष्अरण्य नगर का बिजली जोन देश का ऐसा पहला बिजली जोन हैए जहां सारा कामकाज पूरी तरह से महिला कर्मचारियों के हवाले किया गया है। इनमें सहायक इंजीनियरए जूनियर इंजीनियरए लाइन सुपरवाइजरए लाइनवीमैनए मीटर रीडरए लेखापाल और कम्प्यूटर ऑपरेटर समेत 25 महिला कर्मचारी शामिल हैं। इन कर्मचारियों को बिजली जोन संभालने के लिये खास प्रशिक्षण दिया गया है।ष् त्रिपाठी ने बताया कि बिजली कंपनियों में खासकर लाइन स्टाफ ;बिजली लाइनों के रख.रखाव और मरम्मत करने वाले कर्मचारीद्ध में हमेशा से पुरुष कर्मचारियों का दबदबा रहा हैए लेकिन अब इन पदों पर काम करने के लिये महिलाएं भी आगे आ रही हैं।
उन्होंने कहाए ष्हम लाइन स्टाफ के विभिन्न पदों पर महिला उम्मीदवारों का योग्यता के आधार पर चयन कर रहे हैं। हम इन्हें लाइनमैन के बजाय लाइनवीमैन के नाम से सम्बोधित करते हैं।ष् त्रिपाठी ने बताया कि अरण्य नगर के जिस पिंक बिजली जोन की जिम्मेदारी महिला कर्मचारियों को सौंपी गयी हैए वहां उपभोक्ता हर महीने औसतन दो करोड़ रुपये की बिजली जलाते है। इस जोन में 200 वितरण ट्रांसफार्मर और 23 बिजली फीडर हैं।