-नेता प्रतिपक्ष डूडी ने मांगा इस्तीफा, न्यायिक जाँच की मांग की
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने झुंझुनूं जिले के मलसीसर में तीन माह पूर्व निर्मित बांध टूटने के लिए सरकार के कुप्रबंधन एवं व्याप्त भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराया है। डूडी ने कहा कि बांध टूटना असामान्य स्थिति है, आठ करोड़ लीटर से अधिक पानी व्यर्थ बह गया, गांव व कस्बा जलमग्न हो गये।
करीब छह सौ करोड़ रूपये की परियोजना में बड़े पैमाने पर लापरवाही एवं भ्रष्टाचार हुआ है, परन्तु सरकार बेखबर रही। इसलिए जलदाय मंत्री सुरेन्द्र गोयल तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दें। वहीं बांध टूटने की न्यायिक जाँच कराई जाए, क्योंकि यह बहुत संवेदनशील मामला है और इस दुर्घटना के लिए सरकारी तंत्र की खामियां जिम्मेदार हैं। इस घटना से सरकार के अन्य लम्बित पेयजल परियोजनाओं की विश्वसनीयता व गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह् लग गया है। नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा कि चैधरी कुंभाराम आर्य पेयजल लिफ्ट परियोजना से सम्बद्ध इस बांध से झुंझुनूं व सीकर शहर सहित 1473 गांवों को फायदा पहुंचना था।
कांग्रेस शासन में वर्ष 2013 में शुरू हुए इस बांध के निर्माण में वर्तमान सरकार ने देरी की। बांध निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार पर सरकार आंखें मूंदे रही। बांध टूटने से परियोजना को भी धक्का पहुंचा है। डूडी ने कहा कि प्रदेश के बांधों के रखरखाव के प्रति सरकार गंभीर नहीं है। मलसीसर बांध टूटने से ग्रीष्म ऋतु में लाखों-लाख आबादी पर पेयजल संकट छा गया है, इसके लिए सरकार उत्तरदायी है अतएव जलदाय मंत्री तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दें और बांध टूटने के कारणों की हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से न्यायिक जांच हो।