जयपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का मसला फिर अटक गया है। दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में हुई दूसरी बार आयोजित बैठक में भी अध्यक्ष का नाम तय नहीं हो पाया है। केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के नाम पर इस बैठक में फैसले होने की उम्मीद थी, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। इस बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला, हालांकि विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में विकास यात्रा को मंजूरी दे दी है। यह यात्रा जुलाई के प्रथम सप्ताह में शुरु होगी, जो करीब डेढ़ महीने तक प्रदेश भर में जाएगी। विकास यात्रा के माध्यम से प्रदेश और केन्द्र की जनकल्याणकारी योजनाओं को आम जन तक पहुंचाया जाएगा।
साथ ही कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए बूथ स्तर पर कार्यक्रम तय किए हैं। बैठक में राजस्थान फतह की चुनावी रणनीति पर गहन मंथन हुआ। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राजस्थान दौरे की रुपरेखा तय की गई है। सात जुलाई को पीएम मोदी जयपुर आएंगे। वे स्मार्ट सिटी कार्यों का निरीक्षण करेंगे।
दिल्ली में हुई बैठक में सीएम वसुंधरा राजे के अलावा भाजपा कोर कमेटी के सदस्य, प्रदेश व केन्द्र के केबिनेट मंत्री व प्रमुख नेता शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सामूहिक व व्यक्तिगत बैठक में भी गहन मंथन हुआ। केन्द्रीय नेतृत्व केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के नाम पर अड़ा रहा तो बताया जाता है कि प्रदेश के नेताओं ने भी इस नाम पर सहमति नहीं जताई।
चर्चा है कि अमित शाह व दो वरिष्ठ पदाधिकारियों ने सीएम वसुंधरा राजे से अलग से चर्चा भी की। प्रदेश की सियासी व जातिगत राजनीति को देखते फिलहाल तय नाम पर सहमति नहीं बन पाई। शेखावत के अध्यक्ष बनने पर पार्टी को प्रदेश की एक बड़ी जाति के वोट खिसकने का डर सता रहा है। हालांकि केन्द्रीय नेतृत्व इससे सहमत नहीं दिख रहा है। यह भी चर्चा है कि केन्द्रीय नेतृत्व ने गजेन्द्र सिंह शेखावत के अलावा किसी दूसरे को अध्यक्ष बनाए जाने से इनकार कर दिया है। शेखावत को आरएसएस के राष्ट्रीय पदाधिकारियों का भी समर्थन बताया जा रहा है। वे भी उन्हें अध्यक्ष चाहते हैं, लेकिन वे विवाद भी नहीं चाहते हैं। ऐसे में आपसी सहमति के आधार पर ही शेखावत को जोर-शोर से प्रदेश में उतारने की चर्चा है।