
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जोधपुर जिले के विकास के लिए भाजपा सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है, बल्कि कांग्रेस राज से तीन गुणा राशि विकास कार्यों पर खर्च हुई है। जोधपुर दौरे पर आई वसुंधरा राजे ने विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इससे पहले पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बयान दिया था कि भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जोधपुर विकास के लिए कुछ नहीं किया, बल्कि यह जिला गैंगस्टर्स के हवाले कर दिया। जोधपुर में आयोजित सभाओं व शिलान्यास कार्यक्रमों में राजे ने कहा कि हमारी सरकार ने जोधपुर जिले में विकास कार्यों के लिए पिछले साढ़े चार साल में 13 हजार 500 करोड़ रुपए मंजूर किए, जबकि जोधपुर का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पूरे पांच साल के कार्यकाल में करीब साढ़े चार हजार करोड़ ही इस जिले के विकास में खर्च किए।
इतना ही नहीं जोधपुर विकास प्राधिकरण ने सरकार के आखिरी छह महीनों में बिना वित्तीय स्वीकृति के ताबड़तोड़ पत्थर लगाए। विकास कार्यों पर एक पैसा भी खर्च नहीं हुआ और जोधपुर विकास प्राधिकरण पर 1200 करोड़ रुपए का कर्ज छोड़ गए। राजे दो दिवसीय जोधपुर दौरे के पहले दिन जोधपुर में लोक देवता वीर तेजाजी ओवरब्रिज के लोकार्पण एवं भैरोंसिंह शेखावत ओवर ब्रिज के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रही थीं। राजे ने करीब 74 करोड़ की लागत से बने वीर तेजाजी ओवरब्रिज को आमजन को समर्पित किया। उन्होंने करीब 75 करोड़ की लागत से बनने वाले भैरोंसिंह शेखावत ओवरब्रिज का शिलान्यास भी किया। इस अवसर पर आयोजित सभाओं में राजे ने कहा कि आज करीब 1600 करोड़ रुपए के उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास जोधपुर में हुए हैं। हमारी सरकार पर कुछ लोग आरोप लगाते हैं कि जोधपुर के विकास के लिए हमने पैसा नहीं दिया, लेकिन मैं कहना चाहती हूं कि झूठे वादे करने की मेरी आदत नहीं है, जो वादे मैंने किए, उन्हें पूरा करने का भी काम किया है।
उन्होंने कहा कि काम करने वालों का रास्ता आसान नहीं होता। जिन्हें काम नहीं करना होता है वे मीठी बातें कर जनता को बरगलाते हैं और विकास के नाम पर सिर्फ पत्थर लगा देते हैं। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी का फिर से एमओयू कर हमारी सरकार ने प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई के 40 हजार करोड़ रुपए बचाए हैं। प्रदेश में आधुनिक तकनीक से युक्त रिफाइनरी बनेगी, जिसे लोग लंबे समय तक याद रखेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने जिस दिन मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी उसी दिन कहा था कि मैं राज करने नहीं सेवा करने आई हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के दुख-दर्द को हमने समझा है। हमने सहकारी बैंकों के अल्पकालीन फसली ऋण से जुड़े सभी किसानों का 50 हजार तक का कर्जा माफ किया है। इस योजना में लघु एवं सीमान्त किसानों के 30 सितम्बर, 2017 तक के बकाया ऋण पर ब्याज और पेनल्टी माफ करने के बाद शेष बचे ऋण में से 50 हजार तक का कर्जा माफ किया गया है। इससे प्रदेश के 29 लाख 30 हजार किसानों का 8 हजार 415 करोड़ रुपए का कर्जा माफ होगा। अकेले जोधपुर जिले के 1 लाख 25 हजार 112 किसानों का 530 करोड़ रुपए का कर्जा माफ हुआ है। इनके अलावा ऐसे अन्य किसान जो ऋण चुकाने की स्थिति में नहीं है, उन्हें राहत देने के लिए ‘राजस्थान राज्य कृषक ऋण राहत आयोग’ का गठन किया जा रहा है। इस आयोग के सामने ऋणी किसान अपना पक्ष रख सकेगा और वरीयता के आधार पर उसे शीघ्र राहत मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने जोधपुर के लोगों को पेयजल की कमी से छुटकारा दिलाने के लिए कई महत्वपूर्ण काम किए हैं। माणकलाव दांतिवाड़ा क्षेत्रीय जलप्रदाय योजना का शुभारंभ हुआ है। इससे भोपालगढ़ और बिलाड़ा के 119 गांवों और 2 शहरों को हिमालय का मीठा पानी मिलेगा। इसी तरह देवानिया नाथड़ाऊ क्षेत्रीय जलप्रदाय योजना से शेरगढ़ तथा लोहावट के 248 गांवों को पीने के लिए हिमालय का मीठा पानी मिलेगा। बावड़ी कल्ला खारा जलोड़ा क्षेत्रीय जलप्रदाय योजना से फलौदी तथा लोहावट के 43 गांवों को शुद्ध पेयजल मिलेगा। हमने पीलवा-सादड़ी जंबेश्वर नगर पेयजल परियोजना का काम पूर्ण कर 15 गांवों में पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी है। आज जनता को समर्पित इन योजनाओं से जोधपुर के लोगों को जल संकट से राहत मिलेगी। राजे ने शेरगढ़ राजकीय महाविद्यालय का नामकरण वीर शिरोमणि राव देवराज राठौड़ के नाम पर तथा राजकीय महाविद्यालय बालेसर का नामकरण वीर योद्धा राणा उगम सिंह इंदा के नाम पर करने की घोषणा की।
































