जयपुर। पूर्व राज्यसभा सांसद ओर पूर्व मंत्री अश्क अली टाक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जयपुर में हुई सभा में सरकारी मशीनरी के प्रयोग ओर उसका उपयोग भाजपा के प्रचार में किये जाने को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास की सबसे खराब कड़ी करार दिया है।
अश्क अली टाक ने एक बयान जारी कर कहा कि 70 सालों में कभी ऐसा नही हुआ कि किसी पार्टी का प्रचार करने के लिए आयोजित की जाने सभा को बड़े ही नियोजित तरीके से सरकारी कार्यक्रम में इसलिए तब्दील कर दिया गया,क्योंकि भाजपा नेताओं और संगठन के पास लोगो को लाने की ताकत नही बची है। टाक ने ये भी कहा कि कार्यक्रम को सरकारी कर दिया गया तो फिर राजस्थान की सरकार बताए कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी को किस हैसियत से सरकारी मंच पर स्थान दिया गया।
अश्क अली टाक ने ये भी सवाल उठाया कि जब कार्यक्रम सरकारी ही था तो जयपुर की तमाम सरकारी प्रोपर्टी पर भाजपा के झंडे ओर बैनर ,होर्डिंग्स लगाने की अनुमति कैसे दी गयी। टाक ने आरोप लगाया कि जिस नई परम्परा की शुरुआत करते हुए भाजपा के नाम पर सरकारी धन को लुटाया गया है, इससे बड़ा घोटाला राजस्थान के इतिहास में नही मिलेगा। इसी के साथ टाक ने ये भी कहा कि सरकारी खजाने को करोड़ो रूपये की चपत लगाने के बावजूद राजस्थान सरकार को ये बताना पड़ेगा कि आखिरकार प्रदेश को झूठे वादों,आश्वानों ओर जुमलों के अलावा हासिल क्या हुआ।