जयपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि शिक्षा के साथ समाज में अच्छे संस्कार भी देने की विशेष जरूरत है। अच्छे संस्कार नहीं होंगे तो समाज में बुजर्गाे को सम्मान नहीं मिल पाएगा।चतुर्वेदी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित राज्य स्तरीय वृद्धजन सम्मान समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 68 वृद्धजनों का सम्मान करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर वृद्धजनों के नारियल, शॉल, प्रशस्ति पत्र एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों की परम्परा रही है कि समाज को अनुभवाें का लाभ लेकर गरीब वंचितों की सेवा करनी चाहिए। जिससे आने वाली पीढी भी प्रेरणा लेकर समाज की सेवा में अपना योगदान दे सकेगी।
उन्होंने कहा कि आज का युवा भारत और 20 साल बाद आने वाला भारत सबसे ज्यादा वृद्धजनों का भारत होगा। लेकिन वृद्धजनों के अनुभव में कभी कमी नही होगी। डॉ चतुर्वेदी ने कहा कि आज के युग में पश्चिमी सभ्यता लगातार अपने पैर-पसार रही है। एकल परिवार की परम्परा लगातार बढ रही है, जो समाज के लिए अच्छी नहीं है, लेकिन भारतीय परिवारों में अब भी हमारी परम्पराएं पैर जमाए हुए है। इस अवसर पर राजस्थान राज्य वरिष्ठ नागरिक बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष प्रेमनारायण गालव ने कहा कि राज्य सरकार ने वृद्धजनों की सामाजिक सुरक्षा व कल्याण के लिए कई योजनाऎं संचालित की जा रही है। उन्होंने बताया कि 80 साल की उम्र से अधिक के बुजर्ग को रोडवेज बस में मुफ्त यात्रा करने की भी सुविधा दी जा रही है एवं वरिष्ठ नागरिक बोर्ड ने बुजर्गाें के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं को एक वृह्त स्तर पर नई वृद्धजन नीति बनाकर रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत की जा रही है।
समारोह में सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग के शासन सचिव शुचि शर्मा ने विभाग द्वारा गरीबों एवं वंचितों के लिए संचालित की जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में 43 वृद्धाश्रम संचालित किए जा रहे है जिनमें 1173 वृद्धजन लाभ उठा रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री वृद्धजन सम्मान पेंशन योजना के अंतर्गत 45 लाख 86 लाख वृद्धजन योजना से लाभान्वित किए जा रहे हैं। समारोह में अतिरिक्त निदेशक राजेंद्र किशन,संचिता विष्नोई, वित्तीय सलाहकार बृजेश शर्मा, अतिरिक्त निदेशक डॉ. होशियार सिंह सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण एवं सैंकडाें की संख्या में वृद्धजन उपस्थित थे।