4 फर्मों ने मिलकर की 35 करोड़ की जीएसटी चोरी, कार्रवाई में मौके पर ही की 19 करोड़ की वसूली
जयपुर। बिजली विभाग में अरबों रूपए के काम कर रही स्वास्तिक ग्रुप की चार कंपनियों द्वारा करोड़ों रूपए के जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है। बिजली विभाग में फर्जीवाड़ों के कई मामलों में फर्म की कंपनियों के खिलाफ कई मामलों में जांच चल रही है। जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीएसआई) की टीम ने 23 अक्टूबर को ग्रुप की चार कंपनियों पर एक साथ कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान जीएसटी इंटेलीजेंस की टीमों ने 35 करोड़ के जीएसटी चोरी का खुलासा किया। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मैसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल्स एण्ड फर्टिलाइजर्स, मैसर्स गैलेक्सी कोनकेब इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स गाडिया सेल्स और मैसर्स आॅरियन्टल सेल्स कॉरपोरेशन पर जीएसटी चोरी के मामलों में कार्रवाई की गई। फर्मों द्वारा प्रोडक्ट्स पर जीएसटी की चोरी की जा रही थी।
कार्रवाई के दौरान चारों फर्मों के रिकार्ड की जांच में प्रारम्भिक तौर पर 35 करोड़ के जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है। जीएसटी इंटेलीजेंस की टीमों ने मौके पर ही चारों फर्मों से 19 करोड़ रूपए की वसूली की गई है। चारों फर्मों द्वारा जीएसटी की चोरी के साथ ही रिटर्न भरने में भी देरी की जा रही थी। जीएसटी इंटेलीजेंस ने चारों फर्मों पर 35 करोड़ की जीएसटी नहीं चुकाने का केस बनाया है। जीएसटी इंटेलीजेंस द्वारा फर्मों के जब्त दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है।