अयोध्या। विश्व हिन्दू परिषद की धर्मसभा में हजारों साधु-संत आए। लाखों राम भक्त भी धर्मसभा में पहुंचे। धर्मसभा में साधु-संतों ने केन्द्र की भाजपा सरकार से सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर संसद में कानून लाने और अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण की मांग रखी है। विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय ने धर्मसभा में कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनेगा। मंदिर के लिए पूरी जमीन चाहिए। किसी भी तरह का जमीन का बंटवारा हिन्दु समाज को मंजूर नहीं होगा।
अयोध्या में मस्जिद का कोई स्थान नहीं है। राय ने चेतावनी देते हुए कहा कि हिन्दुओं के सब्र की परीक्षा नहीं ली जाए। अभी सिर्फ ४८ जिलों से रामभक्त आए है। भविष्य में और भी राम भक्त आएंगे। परिषद ने आगामी शीतकालीन सत्र में राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की मांग की गई। धर्मसभा की तैयारियों के सिलसिले में आरएसएस प्रमुख मोहन राव भागवत भी अयोध्या आए थे और प्रमुख साधु संतों से मुलाकात की थी। आज नागपुर में भागवत ने राम मंदिर मसले पर विहिप की हुंकार रैली को संबोधित किया। उधर, धर्मसभा को लेकर साधु-संतों में गुटबाजी भी दिखी।
राम मंदिर निर्माण के लिए आमरण अनशन कर चुके तपस्वी छावनी के महंत स्वामी परमहंस दास ने कहा कि विहिप को आगे करके भाजपा साधु-संतों को तोडऩे का काम कर रही है। छह दिसम्बर से पहले मंदिर निर्माण शुरु नहीं हुआ तो वे आत्मदाह करेंगे।