अहमदाबाद। गुजरात में नौवें वाइब्रेंट गुजरात समिट में विश्व के नामी गिरामी बिजनसमैन और निवेशकों को जमावड़ा लगा है। जिसमें गुजरात में व्यापार और रोजगार की संभावनाओं पर मंथन होगा तथा कई बड़े प्रोजेक्टों पर चर्चा होगी और एमओयू भी साईन किए जाएंगे। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस समिट में पहुंचे और और निवेशकों को संबोधित किया और उन्हें विश्वास दिलाया की उन्हें हर तरह की सहायता यहां अपने उद्योग को स्थापित करने में की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गांधीनगर के महात्मा मंदिर परिसर में नौवें वाइब्रेंट गुजरात समिट का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का मंत्र रिफॉर्म-परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म है। अब इसमें फर्दर परफॉर्म भी जुड़ गया है।
मोदी ने कहा- वाइब्रेंट समिट अब ग्लोबल इवेंट हो गया है। इस समिट ने आत्मविश्वास बढ़ाने का काम किया है। हम सहयोगी राष्ट्रों और साझीदारों का स्वागत करते हैं। यह समिट ना केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व के लिए अहमियत रखती है। भारत अब व्यापार के लिए पहले से कहीं ज्यादा अच्छी तरह से तैयार है। वर्ल्ड बैंक की डूइंग बिजनेस रिपोर्ट में हमने 65 स्थानों की छलांग लगाई है। हमने अपनी टीम से ज्यादा मेहनत करने के लिए कहा है, ताकि ईज आॅफ डूइंग बिजनेस की टॉप 50 लिस्ट में हम शामिल हो सकें। मोदी ने कहा- हम सामाजिक, औद्योगिक और कृषि ढांचे में भी बड़े पैमाने पर निवेश कर कर रहे हैं ताकि लोगों को उच्च जीवन स्तर और आय मिल सके।
हमारी सरकार के पूरे कार्यकाल के दौरान औसत जीडीपी ग्रोथ 7.3% रही। 1991 से लेकर अब तक की किसी भी सरकार से यह ग्रोथ बेहतर है। इसके अलावा हमारी सरकार में महंगाई दर भी औसत 4.6 रही। यह भी पिछले 28 साल के दौरान बनी सरकार में सबसे कम है।”
हमने युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए उद्योगों-कारखानों को प्रमोट किया। मेक इन इंडिया जैसी पहल को सरकार के डिजिटल इंडिया और स्किल इंडिया जैसे कार्यक्रमों से समर्थन दिया गया। उद्योगपति गौतम अडानी ने कहा कि अगले 5 साल के दौरान हम गुजरात में 55 हजार करोड़ का निवेश करेंगे। यहां कई परियोजनाओं की शुरूआत की जाएगी। इनमें दुनिया के सबसे बड़े सोलर पार्क, कॉपर प्लांट, सीमेंट यूनिट और लीथियम बैट्री बनाने का कारखाना अहम हैं।